कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से अपने बयानों के कारण विवादों के घेरे में आ गए है। राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा है कि “अपने गुरु लाल कृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जूता मारकर स्टेज से नीचे उतार दिया।”
इस पर प्रतिक्रिया करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए कहा की वह किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे है इस बात का उन्हें ख्याल रखना चाहिए। भाषा की मर्यादा को बनाये रखना ज़रुरी है।
राहुल गांधी के इस बयान ने सुषमा स्वराज को बहुत आहत कर दिया है। शनिवार को उन्होंने हिन्दी और अंग्रेजी में अलग अलग ट्वीट करते हुए लिखा है की ‘राहुल के इस तरह बयान से वह आहत हुई हैं और उन्हें अपनी भाषा की मर्यादा समझनी चाहिए।’ बता दे कि बीजेपी के किसी बड़े नेता की राहुल गांधी के इस बयान के बाद से यह पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया है।
सुषमा स्वराज ने ट्वीटके जरिये लिखा है कि, "राहुल जी- आडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं. आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है. कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें।"
राहुल जी - अडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं. आपके बयान ने हमें बहुत आहत किया है. कृपया भाषा की मर्यादा रखने की कोशिश करें. #Advaniji
— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) April 6, 2019
Rahulji - Advani ji is our father figure. Your words have hurt us deeply. Please try to maintain some decorum of your speech. #Advaniji
जानकारी दे दे कि शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने निशाना साधते हुए कहा कि जहां भी नरेंद्र मोदी जाते हैं वहां वह किसी ना किसी की बुराई ज़रूर करते हैं। राहुल ने बोला कि मोदी जी के गुरु आडवाणी जी है। लेकिन गुरु के सामने शिष्य हाथ नहीं जोड़ता। बल्कि उन्होंने आडवाणी जी को जूता मारकर स्टेज से उतारा है और यह लोग हिन्दू धर्म की बात करते हैं। इसके आगे राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दू धर्म में यह कहां लिखा है कि लोगों को मारना चाहिए?
जानकारी दे दें कि इस बार बीजेपी नेतृत्व से लाल कृष्ण आडवाणी को टिकट नहीं मिला है। जिसे मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने यह बात की है।