किसानों की आत्महत्या एक बड़ा राजनितिक मुद्दा है जिसपर राजनैतिक रोटियां सेक कर पार्टियां सत्ता पाती हैं। पर सत्ता प्राप्त करने के बाद यही पार्टियां उन किसानों को भूल जाती हैं जिन्होंने उन्हें वोट किया है। राजस्थान के किसानों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। वर्तमान कांग्रेस सरकार किसानों के कर्जमाफी के वादे पर सत्ता में तो आ गई पर किसानों का भला नहीं कर पाई। इसी बीच राजस्थान के एक किसान ने यह कहते हुए आत्महत्या कर लिया है की मेरी मौत के जिम्मेदार गहलोत और पायलट हैं।

ये घटना राजस्थान के श्रीगंगानगर के एक गांव ठाकरी की है जहाँ एक एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या किया है। आत्महत्या से पहले किसान ने एक पत्र भी लिखा है जिसमें उसने यह लिखा है की कांग्रेस सरकार के कर्जमाफी के वादे को ना पूरा करने की वजह से वे आत्महत्या कर रहे हैं। बता दें की मृतक किसान के परिवार के सदस्यों और पुलिस द्वारा अभी तक इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है।

ठाकरी गांव में घटी इस घटना के अंतर्गत गांव में रहने वाले 43 साल के सोहन कड़ेला ने रविवार के दिन जहरीला पदार्थ खा लिया। जब उनकी स्थिरी गंभीर होने लगी तब उन्हें सेवन सरकारी अस्पताल ले जाया गया।  इसके बाद उन्हें श्रीगंगानगर रेफर किया गया। पर श्रीगंगानगर जाते जाते रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

मृतक किसान के सुसाइड नोट में लिखा था कि ''मैं आज अपनी जीवन लीला समाप्त करने जा रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। इस मौत के जिम्मेदार गहलोत व सचिन पायलट हैं। उन्होंने बकायदा बयान किया था कि हमारी सरकार आई तो 10 दिन में आप का कर्ज माफ कर देंगे। अब इनके वादे का क्या हुआ। सभी किसान भाइयों से विनती है कि मेरी लाश तब तक मत उठाना जब तक सभी किसानों का कर्ज माफ ना हो। आज सरकार को झुकाने का वक्त आ गया है। अब इनका मतलब निकल गया है।"