बिहार के गया में मूर्ति विसर्जन के समय थानाध्यक्ष द्वारा अमर्यादित भाषा पर लोगों के भड़कने और क्षेत्रीय तनाव की खबरे आ रही है। मंगलवार की रात को विजयादशमी के अवसर पर प्रशासन द्वारा निर्गत 5 लाइसेंसी माँ दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन दुखहरणी मंदिर के पास किया जा रहा था। पहले तो स्थिति बिल्कुल सामान्य थी पर अचानक हंगामा मच गया।

खबरों के अनुसार एक स्थल पर भक्तजनों की भीड़ पहुँची तो वहां पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी शुरू हो गई। कुछ समुदाय विशेष के लोगों को यह नारेबाज़ी पसंद नहीं आयी तो उन्होंने नारेबाज़ी के ख़िलाफ़ आपत्ति दर्ज कराई। स्थिति को संभालने हेतु कोतवाली थानाध्यक्ष संजय कुमार ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया, जिसके कारण वहाँ उपस्थित लोगों में ग़ुस्सा भड़क गया। फिर दो पक्षों के मध्य ईंट-पत्थर से हमले किए गए।

इस दौरान दुखहरणी द्वार से 5 मूर्ति को गुज़ारने के लिए 5 घंटे का समय लगा। सिटी एसपी के कंधे पर इसकी ज़िम्मेदारी थी, उन्होंने ही सहयोग के लिए एएसपी अरूण कुमार सिंह को लगाया था। दो पक्षों के मध्य हुए हंगामे और पत्थरबाज़ी के दौरान पुलिस कर्मियों ने सुरक्षा कवच भी पहना हुआ था।  

जानकरी दे दें कि दुखहरणी चौक रोड प्रमुख मार्ग है, जो इस तनाव के कारण ईंट-पत्थरों से भर गया। दशहरे का मेला देखने आए लोगों में इस प्रकार के हालात को देखकर काफ़ी दहशत का माहौल था। कई लोगों को भगदड़ के कारण चोटें भी आईं। चौक रोड पुलिस छावनी में बदल गई। वरिष्ठ अधिकारी, ज़िला पुलिस बल, दंगा नियंत्रण वाहन समेत अन्य सुरक्षा बल भी इस दौरान वहां उपस्थित थे।

कोतवाली थानाध्यक्ष ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने मूर्ति विसर्जन के दौरान माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। थानाध्यक्ष ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ़्तार किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इन 12 में से 5 लोग नशे में पाए गए।