लोकसभा चुनाव के आते ही देश के राजनैतिक गलियारे में चहल पहल शुरू हो गयी है। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख तय करते ही कांग्रेस व देश की छोटी मोटी पार्टी एक दूसरे के साथ गठबंधन करने के लिए मुलाकात कर रहे है। इस पर आज बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आगे की स्थिति को स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि “में स्पष्ट कर दू कि बसपा किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।”

लोकसभा चुनाव में यूपी में अपनी जीत के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक साथ गठबंधन कर लिया है। मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस बीजेपी को हराना नहीं चाहती है बल्कि कांग्रेस अपने ही पार्टनर्स को हराना चाहती है। बसपा राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार में या तो क्षेत्रीय पार्टी से गठबंधन करेगी या फिर स्वतंत्र रूप से अपने प्रत्याशी खड़े करेगी, पर इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। अपनी पत्रकार वार्ता में मायावती ने कांग्रेस पर आरोपों की बौछार कर दी पर सीधे तोर पर सोनिया गांधी व राहुल गांधी को कुछ नहीं कहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए सभी विपक्षी पार्टी में डर सा माहौल बना हुआ था। इसलिए कांग्रेस देश की अन्य पार्टी के साथ गठबंधन करने के लिए पिछले कुछ समय से लगी हुई है। अब देखना यह है कि केंद्र में किसकी सरकार बनती है।