देश भर में CAA के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। दरअसल पता चला है की इस दौरान हिंसा फैलाने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नाम के संगठन का हाथ है जिसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी का एक लघु रूप माना जाता है। बता दें कि लखनऊ में हिंसा फैलाने के मामले में लखनऊ पुलिस ने कई गिरफ्तारियां भी कि है। इनमे दीम, वसीम और अशफाक नामक तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सिमी के लघु रूप 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो पहले सिमी में काम कर चुके हैं। उत्तरप्रदेश के डेप्युटी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा इस रविवार को इस बाबत लोकभावन में मीडिया कर्मियों से बात कि और खुलासा किया कि प्रदेश में हुई हिंसा के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नामक संगठन का हाथ है।
गौरतलब है कि अकेले उत्तरप्रदेश में इस कानून को लेकर हुए विरोध मामले में 164 के दर्ज हुए हैं और 880 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।इसके अलावा पुलिस सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन कैमरे और मोबाइल से ली गई फोटोग्राफ्स की भी जांच कर रही है। कानून व्यवस्था देखने वाले आईजी प्रवीण कुमार ने रविवार को बताया कि अब तक 5312 लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की गई है और अब स्थिति नियंत्रण में हैं।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश में लखनऊ के अलावा भी कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। कानपुर में गोली लगने से घायल हुए एक युवक ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही वहां अब तक तीन की मौत हो चुकी है। फिरोजाबाद में हुई हिंसा में 15 मुकदमे दर्ज किये गए जिसमे तीस नामजद हैं और ढाई हजार अज्ञात लोग शामिल हैं। मेरठ में भी स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में बताई गई है और यहाँ मरने वालों की संख्या छह हो गई साथ ही 13 आरोपी गिरफ्तार किये गए हैं। इसके अलावा हापुड़ में भी विरोध दर्ज करवाने के लिए मुस्लिम महिलाएं सड़कों पर दिखीं। बुलंदशहर में बलवे के एक मामले में पुलिस ने शनिवार को 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।