औरंगजेब भारतीय इतिहास की ऐसी शख्सियत रहा है जिसपर तलवार की नोक पर गैरइस्लामिक भारतीय लोगों पर इस्लाम थोपने का दाग लगा हुआ है। इतिहास गवाह है की औरंगजेब ने हिन्दुओं और अन्य गैर मुस्लिमों पर बहुत जुल्म किये है। कई हिन्दू मंदिरों को भी औरंगजेब ने तोड़ा है। ऐसे में भारत की राजधानी दिल्ली में औरंगजेब के नाम पर लेन होना इतिहास के उन जख्मों को हरा करने जैसा ही है। इसीलिए दिल्ली के औरंगजेब लेन का नाम बदलने की बात हमेशा की जाती रही है। इसी कड़ी में रविवार को कुछ सिख नेताओं ने पुनः इसका विरोध किया।
दरअसल शिरोमणि अकाली दल के एमएलए मनजिंदर सिंह सिरसा और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने मिलकर रविवार को दिल्ली स्थित औरंगजेब लेन के नामपट्ट पर काली स्याही पोत दी। उन्होंने इस दौरान अपनीं मांग भी सबके सामने रखी। उन्होंने कहा की मुगल बादशाह औरंगजेब का नाम सड़कों और किताबों पूरी तरह से हटा दिया जाए।
Delhi: Shiromani Akali Dal (SAD) MLA Manjinder Singh Sirsa and other Delhi Sikh Gurdwara Management Committee (DSGMC) members blacken sign boards of Aurangzeb Lane. They are demanding 'removal of Aurangzeb's name from roads, and books of the country'. pic.twitter.com/M0x4n3Rp6L
— ANI (@ANI) December 1, 2019
इस दौरान एमएलए मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि "औरंगजेब एक ‘हत्यारा' था जिसने गुरु तेग बहादुर की हत्या की और गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों को प्रताड़ित किया।" सिरसा ने औरंगजेब लेन के नामपट्ट पर कालिख पोतने के अपने कृत्य को सही बताते हुए कहा कि, ‘गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस के दिन लोगों को औरंगजेब के खूनी अतीत की याद दिलाने की जरूरत है।'
Delhi: Shiromani Akali Dal (SAD) MLA Manjinder Singh Sirsa and other Delhi Sikh Gurdwara Management Committee (DSGMC) members blacken sign boards of Aurangzeb Lane. They are demanding 'removal of Aurangzeb's name from roads, and books of the country'. pic.twitter.com/M0x4n3Rp6L
— ANI (@ANI) December 1, 2019
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने इस दौरान कहा कि "केंद्र सरकार और राज्यों को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी सड़क का नाम औरंगजेब के नाम पर नहीं हो और उसके बारे में स्कूल और कालेजों में नहीं पढ़ाया जाए। यह चौंकाने वाली बात है कि सिख गुरुओं पर अत्याचारों के बावजूद औरंगजेब का महिमामंडन किया गया। इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है।'
बाद में अकाली दल के एमएलए मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट के माध्यम से भी अपनी बातें सबके सामने रखी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा "श्री गुरू तेग बहादुर जी ने जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ शहादत दी। क्रूर औरंगज़ेब भी उनकी धर्म आस्था को हिला नहीं पाया था। देश की राजधानी दिल्ली में उस औरंगज़ेब के नाम पर सड़क होना न देश को शोभा देती है और न देशवासियों को खुशी।
श्री गुरू तेग बहादुर जी ने जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ शहादत दी
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) December 1, 2019
क्रूर औरंगज़ेब भी उनकी धर्म आस्था को हिला नहीं पाया था
देश की राजधानी दिल्ली में उस औरंगज़ेब के नाम पर सड़क होना न देश को शोभा देती है और न देशवासियों को खुशी
RT if U want to erase the name of Aurangzeb from India https://t.co/NWCIMhZssu pic.twitter.com/Mm7pbGrplL
इस मसले पर ही किये गए अपने एक और ट्वीट में सिरसा ने लिखा "जिस क्रूर शासक ने भारत के लाखों हिंदुओं पर अत्याचार कर उनका धर्म परिवर्तन किया; उस औरंगज़ेब के नाम पर मेरे देश में आज भी एक सड़क है। श्री गुरू तेग़ बहादुर जी के शहीदी दिवस पर नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी और अरविन्द केजरीवाल जी से इस सड़क का नाम बदलने की विनती करता हूँ।"