पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में आ जाते हैं। इस समय उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया जो न केवल उनकी छवि को ख़राब करता है बल्कि उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन का भी दोषी बनाता है।
सिद्धू कल बिहार के कटिहार जिले में अपनी पार्टी के प्रत्याशी तारिक अनवर के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। मोदी को हराने के लिए वे इतने उतावले हो गए कि उन्होंने कह दिया कि यदि सारे मुस्लिम इकट्ठे होकर वोट डालें तो मोदी निपट जाएंगे।
भारत में तो सिद्धू के इस तरह के बयान की आलोचना हो रही है लेकिन पाकिस्तान में उनके इस बयान को वरीयता दी जा रही है। पाकिस्तान रेडियो के ट्विटर पेज पर सिद्धू के बयान को जगह दी गई है। सिद्धू के इस तरह के बयान पाकिस्तान को पसंद आते हैं।
Indian politician @sherryontopp urges Muslim voters of Lok Sabha constituency in Bihar to vote en bloc and defeat PM Modihttps://t.co/dsy0ubXr8v
— Radio Pakistan (@RadioPakistan) April 16, 2019
अपने भाषण में सिद्धू ने मुसलमानों को इकट्ठा होकर कांग्रेस पार्टी को वोट देने के लिए कहा। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि “आप यहाँ अल्पसंख्यक होकर भी बहुसंख्यक हैं। आप अगर एकजुटता दिखाएगें, तो आपके प्रत्याशी तारिक अनवर को कोई भी नही हरा सकता है।” सिद्धू ने कहा “मुस्लिम भाइयों आप यहाँ 64 प्रतिशत हो। अगर आप इकट्ठे होकर वोट डालोगे तो मोदी सुलट जाएगा। मोदी को ऐसा छक्का मारो कि वह बाउंड्री से बाहर हो जाए।”
सिद्धू के द्वारा दिए गए इस बयान की विभिन्न दलों के द्वारा काफी आलोचना हो रही है। शिरोमणि अकाली दाल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने तो सिद्धू को गद्दार तक कह डाला है। उन्होंने कहा “सिद्धू सरदार नही गद्दार है।” इस बीच बिहार के उप मुख्यमंत्री ने भी चुनाव आयोग से सिद्धू के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाकर भी उन्होंने देश का अपमान किया है।
सिद्धू के इस बयान पर चुनाव आयोग द्वारा कटिहार के चुनाव अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके साथ बयान की सीडी और प्रतिलिपि भी मांगी गई है। इस मामले पर सिद्धू पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला भी दर्ज हो चुका है।