जहाँ एक तरफ लोग जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों का शोक माना रहे हैं वहीं लुटियन मीडिया के पत्रकार और कुछ नेता भी देश के अलग अलग हिस्से में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों से बदसलूकी किये जाने की फर्जी खबर को हवा देते नजर आ रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU ) की छात्रा शेहला रशीद ने ट्विटर पर एक फर्जी खबर फैलाई । शेहला रशीद ने ट्वीट करते हुए लिखा की, “देहरादून के एक हॉस्टल में 15-20 लड़कियाँ फंसी हुई है। उनके हॉस्टल के बाहर भीड़ लगी हुई है जो उन्हें हॉस्टल के बाहर निकालने के लिए बोल रहे है। वहां पुलिस मौजूद है लेकिन वो भीड़ हटाने के लिए कुछ नहीं कर रही है।” शेहला द्वारा किया गया यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा।
#SOSKashmir 15-20 Kashmiri girls trapped in a hostel in Dehradun for hours now, as an angry mob outside demands that they be expelled from the hostels. This is in Dolphin institute. Police is present but unable to disperse the mob.@INCUttarakhand @uttarakhandcops @ukcopsonline
— Shehla Rashid شہلا رشید (@Shehla_Rashid) February 16, 2019
इसके अलावा एक अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने भी एक खबर छापते हुए कहा की डर के मारे कुछ छात्राओं ने खुद को हॉस्टल में बंद कर लिया है।
‘Mob is everywhere, we’re scared’: In Dehradun, Kashmiri students lock themselves in rooms fearing attacks https://t.co/FnuxmouqLg
— Shivam Vij (@DilliDurAst) February 16, 2019
बता दे इन खबर को वेरिफाई किये बिना ही लोगो ने इसे फैलाना शुरू कर दिया जिनमे कुछ नेता भी शामिल थे । आइये देखते हैं ऐसे ही बड़े पत्रकारों और नेताओं के कुछ ट्वीट जो ऐसी अफवाह को हवा दे रहे थे।
News of kashmiri students being attacked by mobs in Dehradun is saddened me , Kashmir is our state and the Kashmiri people our brethren, this is not the time to be divided and fight our own, that is what they want, we must stand as one and protect eachother. India is ONE
— Priya Dutt (@PriyaDutt_INC) February 16, 2019
The biggest anti nationals today are those attacking Kashmiri students, which is exactly the kind of divide the ISI wants to push.
— Nidhi Razdan (@Nidhi) February 17, 2019
My number is online and my DMs & doors are open to any #Kashmiris who need help or feel vulnerable. Those abusing and vilifying innocent citizens are sympathisers of terrorists in the garb of nationalists. They are reading from a script of hate which is totally what Jaish wants
— barkha dutt (@BDUTT) February 17, 2019
Want to tell any Kashmiri student out there, if you are being targeted in any manner, feel free to call/DM me. My home and heart is open to you as are that of thousands of right thinking Indians.Let’s fight forces of violence together: you don’t have to bear the cross of terror.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) February 16, 2019
इन ख़बरों को पुलिस ने गलत और मनगढ़ंत बता दिया है। उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है की यह खबरे गलत है और यह महज अफ़वाह भर है।
This is not true ...Police sorted out d issue ..There r no crowds .. Initially there was an allegation that kashmiri students raised pro pakistan slogans.
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 16, 2019
जो लोग इस तरह की गलत अफवाएं फैला रहे थे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है और साथ ही सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने ट्वीट करते हुए कहा की हॉस्टल में नारे बाज़ी नहीं हो रही यदि किसी छात्र को समस्या आती है तो वो हमसे तुरंत सम्पर्क करें।
#Kashmiri students and general public, presently out of #kashmir can contact @CRPFmadadgaar on 24x7 toll free number 14411 or SMS us at 7082814411 for speedy assistance in case they face any difficulties/harrasment. @crpfindia @HMOIndia @JKZONECRPF @jammusector @crpf_srinagar pic.twitter.com/L2Snvk6uC4
— CRPF Madadgaar (@CRPFmadadgaar) February 16, 2019