जहाँ एक तरफ लोग जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों का शोक माना रहे हैं वहीं लुटियन मीडिया के पत्रकार और कुछ नेता भी देश के अलग अलग हिस्से में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों से बदसलूकी किये जाने की फर्जी खबर को हवा देते नजर आ रहे हैं।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU ) की छात्रा शेहला रशीद ने ट्विटर पर एक फर्जी खबर फैलाई । शेहला रशीद ने ट्वीट करते हुए लिखा की, “देहरादून के एक हॉस्टल में 15-20 लड़कियाँ फंसी हुई है। उनके हॉस्टल के बाहर भीड़ लगी हुई है जो उन्हें हॉस्टल के बाहर निकालने के लिए बोल रहे है। वहां पुलिस मौजूद है लेकिन वो भीड़ हटाने के लिए कुछ नहीं कर रही है।” शेहला द्वारा किया गया यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा।

इसके अलावा एक अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने भी एक खबर छापते हुए कहा की डर के मारे कुछ छात्राओं ने खुद को हॉस्टल में बंद कर लिया है।

बता दे इन खबर को वेरिफाई किये बिना ही लोगो ने इसे फैलाना शुरू कर दिया जिनमे कुछ नेता भी शामिल थे । आइये देखते हैं ऐसे ही बड़े पत्रकारों और नेताओं के कुछ ट्वीट जो ऐसी अफवाह को हवा दे रहे थे।

इन ख़बरों को पुलिस ने गलत और मनगढ़ंत बता दिया है। उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है की यह खबरे गलत है और यह महज अफ़वाह भर है।

जो लोग इस तरह की गलत अफवाएं फैला रहे थे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है और साथ ही सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने ट्वीट करते हुए कहा की हॉस्टल में नारे बाज़ी नहीं हो रही यदि किसी छात्र को समस्या आती है तो वो हमसे तुरंत सम्पर्क करें।