जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव पास आते जा रहे हैं वैसे-वैसे विरोधी राजनीतिक पार्टियों पर हमले तेज़ कर दिए गए हैं। इस कड़ी में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भाजपा और कांग्रेस पर जमकर बरसीं। उन्होंने अपनी एक चुनावी रैली में विवादास्पद भाषा शैली का प्रयोग भी कर डाला।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने ‘मुस्लिम’ शब्द का इस्तेमाल किया था।  प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस बारे में ज़िला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। प्रदेश के चुनाव आयोग को इस बात की शिकायत मिली थी कि मायावती ने देवबंद में अपने भाषण में आपत्तिजनक शब्दों प्रयोग करते हुए मुसलमानों से महागठबंधन को वोट देने की अपील की थी। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के अनुसार बसपा प्रमुख का ऐसा बयान धार्मिक उन्माद फ़ैलाने वाला है। इसके लिए उनके द्वारा चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की गई थी।

मायावती ने कहा था कि कांग्रेस भाजपा को हारने में सक्षम नही है इसलिए सभी मुस्लिम महागठबंधन को ही वोट दें। उन्होंने ये भी कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट जाया नही करना चाहिए। उनके इस बयान से महागठबंधन में ध्रुवीकरण को बढ़ावा मिल सकता है और हिन्दू वोटर नाराज़ भी हो सकते हैं।

मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने सरकारी खज़ाना लूटने का काम किया है। उन्होंने सरकार पर आरक्षण व्यवस्था कमज़ोर करने तथा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों को चुनाव के समय ही देश में गरीबी हटाने की बात सूझती है। मायावती ने तीखे तेवर में कहा कि अब जुमलेबाजी काम नही आएगी।

सपा, रालोद और बसपा के इस महागठबंधन की पहली रैली में मायावती ने कहा की भाजपा को हारने की क्षमता सिर्फ महागठबंधन में ही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस महागठबंधन की हार चाहती है। इस रैली में सपा के प्रमुख अखिलेश यादव भी मोदी सरकार पर बरस पड़े। उन्होंने चायवाला और चौकीदार शब्दों से मोदी की आलोचना कि और कहा कि अब चौकीदार से उनकी चौकी छीनी जायेगी।  उन्होंने कहा की वे सत्ता के नशे में चूर हैं लेकिन यहाँ देश में दलितों से नौकरियों छिन रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सीमा सुरक्षित नही हैं और देश के जवान मर रहे हैं। आने वाले चुनाव महापरिवर्तन के चुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस एक ही है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह पार्टी परिवर्तन नही चाहती है वह सिर्फ सत्ता में बने रहना चाहती है। उन्होंने भाजपा पर देश को बांटने का भी आरोप लगाया।