आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मोदी सरकार ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। सरकार के द्वारा लाया गया UAPA संशोधन बिल राज्यसभा में भी पास हो चुका है। यहाँ पर बिल के समर्थन में 147 वोट प्राप्त हुए, जबकि 42 वोट इसके खिलाफ गए। इस बिल के पास हो जाने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी की शक्ति में इज़ाफा होगा।

इस बिल पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने इसके दुरुपयोग के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पहले इसकी कमियों की वजह से देशद्रोहियों को सजा नहीं मिल पाती थी। कांग्रेस द्वारा इसके दुरुपयोग का सवाल उठाये जाने पर अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस इसके दुरुपयोग की बात न करे, क्योंकि सब जानते हैं कि आपातकाल के दौरान उसने क्या किया था? उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ज़रा अपना इतिहास देख लीजिये।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की दलीलों को दरकिनार करते हुए अमित शाह ने कहा कि वे अभी-अभी चुनाव हारकर आये हैं इसलिए उनको गुस्सा आना स्वाभाविक है। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि जब से भाजपा सरकार आई है तब से NIA के काम में फर्क नज़र आ रहा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके शासन में तीन मामलों समझौता एक्‍सप्रेस, मक्का-मस्जिद और अजमेर शरीफ केस के अपराधी बरी हुए हैं। ऐसे में NIA ने  इसके खिलाफ अपील क्यों नहीं की? उन्होंने सरकार पर हिन्दू-मुस्लिम में भेद पैदा करने का भी आरोप लगाया था। इन सभी सवालों के जवाब में अमित शाह ने कहा कि इनमें जज को भी कुछ नहीं मिला है।  

अमित शाह ने यह भी बताया कि इस बिल से किसी के मानव अधिकारों का हनन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आतंकी अपना संगठन बदलते रहते हैं, ऐसे में उन्हें ही आतंकी घोषित कर देने से उन पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी। आतंकवाद को एक घोषित समस्या बताते हुए उन्होंने कहा कि चीन, इज़राइल समेत यूरोपीय देश में इनके खिलाफ कानून हैं।