कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दिन प्रतिदिन केंद्र सरकार और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर झूठे आरोप लगा लगा कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय की आतंरिक रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में उन्होंने मोदी जी पर ‘चौकीदार चोर है’ का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी ने अनिल अम्बानी को 30,000 करोड़ रुपये दे दिए है।
राहुल गांधी ने द हिन्दू में छपे आधे सच पर रिसर्च किये बिना मीडिया ब्रीफिंग दे दी। उन्होने उस आधे सच को पूरा सच मानकर प्रधानमंत्री जी पर आरोप लगा दिया। रिपोर्ट के अनुसार रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ पीएमओ कार्यालय के सामने अपना विरोध प्रदर्शित किया था। परन्तु ऐसा उस रिपोर्ट में कही भी उल्लेख नहीं किया गया था। मीडिया के अनुसार राहुल गांधी ने यह दावा किया है कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत के प्रधान मंत्री को चोर कहा है।
#WATCH Rahul Gandhi says 'Why is that the President of France has called him (PM Modi) a thief and why is it that the Defence Ministry 'unko chor bula rahi hai'?Toh aap ja ke unse poochiye please.' #RafaleDeal pic.twitter.com/3Y0oGdytWA
— ANI (@ANI) February 8, 2019
राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप पर डिफेंस सेक्रेटरी ने एक बयान दिया जिसमे उनके द्वारा कहा गया कि इस असहमति पत्र से राफेल की कीमतों का कोई लेना देना नहीं है। यह असहमति पत्र गारंटी और सामान्य नियमों व शर्तों के बारे में था। राफेल मुद्दे पर राहुल गांधी के आरोप का जवाब रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने संसद में कई बार दिया हैं।
द हिन्दू द्वारा छापे गए आधे असहमति पत्र जिसके कारण राहुल गांधी ने मोदी जी को चोर बताया है के अंत में तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर जी का जवाब भी था जिसे द हिन्दू ने क्रॉप करके छापा था। मनोहर पर्रिकर ने उस पत्र के जवाब में कहा कि सब कुछ ठीक हो रहा है चिंता की कोई बात नहीं हैं।
If #LiarRahul and his partner in crime, The Hindu, really had faith in their 'discovery' they should've ideally wanted to approach Hon’ble SC with these 'discoveries'. But they know they won't stand a chance.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Even now, we challenge liar to approach SC with his new 'evidence'. pic.twitter.com/YaNBRyaKqV
द हिन्दू द्वारा फैलाये गए इस भ्रम और आधे सच के आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सोचा कि इससे मोदी जी को भ्रष्टाचार में लिप्त बता कर उनकी सरकार को गिरा देंगे। राफेल पर इस प्रकार के झूठे सबूत को पेश करना कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है। आपको याद होगा ऑडियो टेप जो कोंग्रेस अध्यक्ष संसद में पेश करना चाहते थे पर जब उसकी ज़िम्मेदारी लेने का कहा गया तो वे चुप हो गये थे। और वो हैकर जिसे कांग्रेस ने हायर किया था और आरोप लगया था कि 2014 के चुनाव में EVM हैक की गयी थी।