पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के ऊपर भ्रष्टाचार के कुछ मामले न्यायालयों में चल रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें कई बार अदालतों और जांच एजेंसियों के दफ्तरों के चक्कर भी लगाने पड़ जाते हैं। राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने खिलाफ दर्ज इन मामलों को पदक की तरह बताया है जो उन्हें मिला है।

राहुल गांधी ने ये बातें वनयांबलम में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कही। उन्होंने इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि 'मेरे खिलाफ 15 से 16 मुकदमे हैं। जब आप सैनिकों को देखते हैं तो उनके सीने पर कई सारे पदक होते हैं। हर मुकदमा मेरे लिए पदक के समान है।'

राहुल ने इसी कार्यक्रम के दौरान चुटकी लेते हुए कहा कि, "इनकी (मुकदमों) संख्या जितनी अधिक होगी मैं उतना खुश होऊंगा।" राहुल ने इस दौरान कहा कि वे भाजपाइयों वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि "मैं नफरत से भरे भारत में यकीन नहीं रखता। और मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भाजपा चाहे कितनी बार भी मुझे मनाने की कोशिश करे पर मैं उन पर यकीन नहीं करूँगा ।" उन्होंने आगे कहा कि "देश की ताकत महिलाओं, सभी धर्मों, समुदायों, अलग-अलग विचारधारा के लोगों के सम्मान में थी।"

इस कार्यक्रम में आये कांग्रेस और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, 'हर बार जब भी आप मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे मैं प्यार की बात करूंगा... मैं यह कभी नहीं भूलूंगा कि आपलोग मेरे साथ खड़े हैं। इसलिए जब भी वे मेरे खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज कराते हैं तो वे मेरे सीने पर एक पदक जड़ते हैं।'