पिछले दो दिनों से आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी कर 281 करोड़ रूपये कैश जुटाने के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीन कक्कड़ सहित अश्विन शर्मा और प्रतीक जोशी के ठिकानों पर आयकर विभाग की छानबीन अभी भी जारी है इस दौरान चार राज्यों में 52 ठिकानों पर विभाग ने कार्रवाई की। आयकर विभाग के मुताबिक इस रैकेट के जरिये कैश का एक बड़ा हिस्सा दिल्ली में एक प्रमुख राजनीतिक दल के मुख्यालय को भेजा गया।

अपने करीबियों के परिसरों में हुए छापों के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'क्योंकि बीजेपी को आने वाले लोकसभा चुनाव में बड़ी हार नजर आ रही है, ऐसे में उन्होंने अपनी जीत को पक्का करने के लिए इस तरह की तरकीब अपनाई हैं।' कमलनाथ के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'भ्रष्टनाथ कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।’ प्रधानमंत्री ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सोमवार को भोपाल, इंदौर और दिल्ली में कमलनाथ के करीबियों पर की गई आईटी रेड का जिक्र करते हुए एमपी सीएम कमलनाथ को 'भ्रष्टनाथ' कहा।

पीएम मोदी ने कहा कि “कांग्रेस सरकार के समय ही चारा घोटाला और नैशनल हेरल्ड जैसे घोटाले हुए है और बीजेपी की सरकार ने इन घोटालों का पर्दाफाश किया है। मोदी जी ने कहा कि घोटालों और भ्रष्टचार पर कार्रवाई करनी ही पड़ेगी।' उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार ने करप्शन के मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया था और हमने उनकी दोबारा जांच शुरू की। पीएम ने कहा कि अगर घोटाले सामने आ रहे हैं तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को भी आगे लाना होगा। मोदी सरकार के चलते कई बड़े-बड़े घोटाले सामने आये हैं और उनमे शामिल लोगो को भी सलाख़ों के पीछे डालने से मोदी सरकार पीछे नही हट रही है।