तीन देशों (फ्रांस, यूएई और बहरीन) की यात्रा के पश्चात् मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत वापस आ गए है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में भी शिरकत की। सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई विश्व नेताओं से मुलाकात की और जलवायु परिवर्तन व डिजिटल क्रांति जैसे मुद्दों पर भी वार्ता की। पीएम मोदी की यात्रा 22 अगस्त को फ्रांस से शुरू हुई और यूएई  व बहरीन होते हुए 26 अगस्त को फ्रांस आकर खत्म हुई। वह 27 अगस्त को सुबह भारत लौट आए।

हालाँकि पीएम मोदी के लिए इस यात्रा के दौरान मुश्किल समय भी आया जब बहरीन में रहते हुए उन्हें अपने दोस्त और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन की खबर मिली। लेकिन राष्ट्र कर्तव्य को सर्वोपरि मानते हुए वह आगे बढ़े और अपनी प्रतिबद्धताओं को पूर्ण किया।

पीएम मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान दुनिया को भारत का दम दिखा दिया। कूटनीतिक रूप में पीएम मोदी का दौरा अहम रहा। पीएम मोदी को यूएई का सर्वोच्च सम्मान मिला वहीं उन्होंने फ्रांस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और कश्मीर पर संपूर्ण दुनिया के समक्ष भारत का पक्ष मज़बूती से रखा है।  

पीएम मोदी पहले संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे वहां उन्हें क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद ने अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया। भारत को यह सम्मान मिलने से पाकिस्तान को करारा झटका लगा।

इसके बाद पीएम मोदी बहरीन गए। बहरीन में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री का आगमन हुआ। यहां पीएम मोदी को बहरीन के सम्मान 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां' से सम्मानित किया गया। बहरीन नेशनल स्टेडियम में एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 15 हजार भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया।

बता दें कि पीएम मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत फ्रांस से की और अंत भी फ्रांस से ही किया। भारत जी-7 का सदस्य नहीं है लेकिन फिर भी भारत को इसके लिए खास न्योता दिया गया था जो भारत के बढ़ते वैश्विक रुतबे को दर्शाता है।