आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी एवं भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। जहाँ प्रणव मुखर्जी ने खुद पुरस्कार ग्रहण किया वहीं भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया। बता दें की इस साल भारत रत्न पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की गई थी।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके राजनितिक जीवन में देश के लिए बेहतरीन कार्य करने पर सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। वहीं जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख और प्रख्यात गायक भूपेन हजारिका को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
Dear @CitiznMukherjee,
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2019
It was an honour to witness you receiving the Bharat Ratna, a fitting recognition of everything that you have done for the nation.
Thank you for leaving no stone unturned towards making India more developed. pic.twitter.com/R6YNVDtjPF
भूपेन हजारिका को मरणोपरांत दिए गए इस सम्मान को उनके बेटे तेज हजारिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ग्रहण किया।
The music of Dr. Bhupen Hazarika transcends all barriers! He is a universally admired cultural icon, whose rich works capture all aspects of human spirit and emotions. The Bharat Ratna (Posthumously) is a manifestation of his contribution to our culture and music. pic.twitter.com/LL2PdoWPmT
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2019
नानाजी देशमुख की ओर से दीनदयाल रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन वीरेंद्रजीत सिंह ने यह सम्मान ग्रहण किया।
India pays tributes to the great Nanaji Deshmukh Ji. He undertook many efforts to improve India’s villages and empower the lives of our rural population. He epitomised honesty, humility and probity in public life.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2019
Happy that he has been conferred the Bharat Ratna (Posthumously). pic.twitter.com/Y0A2dQ2h0I