संसार से मानवता ख़त्म होती जा रही है। राजस्थान के बांसवाड़ा में गैंगरेप की एक ऐसी घटना सामने आई है जो की दिल दहला देने वाली है। पांच हैवानों ने डेढ़ महीने की गर्भवती महिला से लगभग 11 बार गैंगरेप किया जिसके कारण महिला का भ्रूण गर्भ में ही नष्ट हो गया। इस घटना का खुलासा 26 दिन के बाद हुआ ।पुलिसवाले भी इस घटना को जानकर हैरान रह गए। आरोपियों ने पांच अलग-अलग जगहों पर पीड़ित महिला को ले जा कर ग्यारह बार रेप किया।
बता दे कि महिला अपने प्रेमी के साथ 13 जुलाई की रात को गांव आ रही थी बीच में ही हथियारों के साथ सुनील, विकास , जितेंद्र शराब के नशे में वहां पहुंचे और युवक के साथ विवाद करने लगे। तलवार से आरोपियों ने प्रेमी पर हमला कर दिया जिससे वह बेहोश हो गया और उदपुरा के बस स्टैंड से महिला को दूर ले जाकर सुनसान स्थान पर सामूहिक बलात्कार किया। जब आरोपी इससे भी ऊब गए तो उन्होंने अपने दो और साथी नरेश और विजय को भी बुला लिया। ये लोग सुबह के 4 बजे तक पीड़ित महिला से रेप करते रहे।
महिला के प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को नहीं बचा पाने और समाज में इज्जत खराब होने के डर से आत्महत्या कर ली।उसका खून से लथपथ शव 14 जुलाई को पेड़ से लटका हुआ मिला था। जब इस मामले की जांच करने पुलिस पहुंची तो प्रेमी के मोबाइल से प्रेमिका तक पहुंची आरोपी कई दिनों से महिला का गैंगरेप कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में पांच हजार के इनामी आरोपी सुनील चरपोटा और उसके तीन अन्य दोस्तों गब्बू ,विकास और कलजी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार सभी आरोपियों ने महिला से बलात्कार और लूट की तीन वारदात को कुबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि अब पीड़ित युवती की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। 17 दिनों तक उसे एमजी अस्पताल में रखा गया था और फिर अच्छे इलाज के लिए उदयपुर भेज दिया गया था। लगभग 22 दिनों तक इलाज चला जिसके बाद अब पीड़ित महिला अपने घर में है।