उत्तर प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में ऐसा मामला सामने आया है जिसमे प्रधानाध्यापक पर जबरन बच्चों से प्रार्थना में सरस्वती वंदना की जगह मदरसे की प्रार्थना कराई गयी। यह मामला पीलीभीत के सरकारी माध्यमिक स्कूल का है। इस स्कूल के प्रधानाध्यापक फुरकान अली के जबरन मदरसे वाली प्रार्थना करवाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद और दूसरे हिन्दू संगठनों ने विरोध जताया है साथ ही इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की है और इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

हिंदू संगठनों ने स्कूल में मदरसे वाली प्रार्थना को लेकर पीलीभीत के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को ज्ञापन दिया है और आरोपी प्रधानाध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की। हिंदू संगठनों ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि बीसलपुर स्थित बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में धर्म विशेष की प्रार्थना पर जोर दिया जा रहा है साथ ही प्रार्थना करवाई जा रही है। जिसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने जब इसका विरोध किया तो विद्यालय के प्रधानाध्यापक फुरकान अली के कहा कि इस मसले पर खंड शिक्षा अधिकारी को कोई आपत्ति नही है।

इसके अलावा मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम वैभव श्रीवास्तव ने आरोपी प्रधानाध्यापक फुरकान अली के विरुद्ध जांच के आदेश दे दिए हैं साथ ही उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस मामले को लेकर डीएम ने कहा कि एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक पर कुछ लोगों ने धर्म विशेष की प्रार्थना कराने का आरोप लगाया था जिसके बाद से कार्रवाई की गई है।

निलंबित प्रधानाध्यापक फुरकान अली ने इस मामले में कहा कि उनके स्कूल में सरस्वती वंदना भी करवाई जाती है। साथ ही उनके स्कूल में 90 फीसदी बच्चे मुस्लिम समुदाय के हैं इसलिए उनके आग्रह पर इस्लाम की प्रार्थना भी करवाई जाती थी।