प्रयागराज में हो रहे कुम्भ मेला में अभी तक दो शाही स्नान हो चुकी है।15 जनवरी को हुए मकर संक्रांति के पहले शाही स्नान पर प्रयागराज कुम्भ मेले में करोड़ों तीर्थ यात्रियों ने शाही स्नान किया था। इस पुण्य की डुबकी लगा कर जहाँ आम लोगों ने अपने खाते में पुण्य कमाया तो वहीं प्रयागराज शहर कुछ समय के लिए दुनिया का सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला शहर बन गया।
बता दें की पिछले महीने 15 तारीख को हुए मकर संक्रांति के दौरान पहले शाही स्नान पर प्रयागराज की जनसंख्या ने शंघाई को पीछे छोड़ दिया तो वहीं 4 फरवरी के दिन मौनी अमावस्या के अवसर पर आयोजित दूसरे शाही स्नान पर शहर की जनसँख्या टोक्यो से अधिक रही।
Prayagraj: Visuals from #KumbhMela2019 on the day of second 'shahi snan' #MauniAmawasya pic.twitter.com/qbGBKEY8Ui
— ANI UP (@ANINewsUP) February 4, 2019
ग़ौरतलब है की एशिया महाद्वीप में आने वाले देश जापान की राजधानी टोक्यो की आबादी विश्व में सबसे अधिक है। यहां की वर्तमान जनसंख्या करीब तीन करोड़ 80 लाख से भी अधिक है जबकि प्रयागराज पर नजर डालें तो सोमवार के दिन को संध्या पांच बजे तक पांच करोड़ लोगों के पुण्य की डुबकी लगाने की आधिकारिक सूचना दी थी । इससे इस दिन प्रयागराज दुनिया का सबसे अधिक जनसँख्या वाला शहर बन गया था।
बता दें की टोक्यो के अलावा 2.37 करोड़ आबादी के साथ चीन का शहर शंघाई सर्वाधिक जनसंख्या वाला विश्व का तीसरा शहर माना जाता है। मकर संक्रांति के मौके पर 15 जनवरी को आंकड़ों के अनुसार सवा दो करोड़ तीर्थ यात्रियों ने पवित्र गंगा स्नान किया था, शहर की 18 लाख शहरी आबादी के साथ उस दिन प्रयागराज शहर में 2.45 करोड़ से अधिक लोग थे, यह आंकड़ा शंघाई की जनसंख्या से काफी अधिक है।
Varanasi: Devotees take holy dip in river Ganga on the occasion of 'Mauni Amavasya' pic.twitter.com/KIJNYub8Ih
— ANI UP (@ANINewsUP) February 4, 2019
गौरतलब है की मौनी अमावस्या के दिन कुम्भ स्नान का बड़ा महत्व गोटा है अतः इस अमवस्या पर शाही स्नान करने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। इस दिन करीब पांच करोड़ से अधिक तीर्थ यात्रियों ने स्नान किया।बता दे रविवार रात को यह संख्या 1 करोड़ थी जो सोमवार के दिन पांच बजे तक बाद के 4 से 5 करोड़ हो गई थी। इतनी भीड़ होने के कारण से प्रयागराज में पहले से पुलिस फ़ोर्स लगा दी थी ताकि लोगों को परेशानियाँ नही आये।