शनिवार सुबह पीएम मोदी ने महाबलीपुरम के समुद्री तट पर स्वच्छता अभियान चलाया साथ ही लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक रहने का संदेश भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता द्वारा ही हमलोग स्वच्छ और फिट रह सकते है। प्रधानमंत्री तमिलनाडु के महाबलीपुरम में हैं वहाँ पर उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक आयोजित है।
Refreshing walk and exercises in Mamallapuram, along the scenic coast. pic.twitter.com/UjUq8FbVAv
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2019
खुद इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर के दी और इससे जुड़ा एक वीडियो भी पोस्ट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि सुबह महाबलीपुरम में एक बीच पर 30 मिनट सफाई अभियान चलाया गया। बीच पर से उठाए गए कचरे को होटल स्टाफ जेयाराज को दे दिया। उन्होंने लिखा कि हम सभी लोगों को सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक स्थान साफ सुथरे रहें। साथ ही उन्होंने लोगों को फिट और सेहतमंद रहने का भी संदेश दिया।
Plogging at a beach in Mamallapuram this morning. It lasted for over 30 minutes.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2019
Also handed over my ‘collection’ to Jeyaraj, who is a part of the hotel staff.
Let us ensure our public places are clean and tidy!
Let us also ensure we remain fit and healthy. pic.twitter.com/qBHLTxtM9y
शुक्रवार को पीएम मोदी ने जिनपिंग को चेन्नई से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध मूर्तिकला से समृद्ध शहर महाबलीपुरम में 3 महत्वपूर्ण स्मारकों की वास्तुकला और महत्व के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
President Xi Jinping and I saw the marvellous Pancha Rathas.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2019
The five Rathas are examples of monolith rock-cut architecture. The Rathas in this monument include the Dharmaraja Ratha, Bhima Ratha, Arjuna Ratha, Nakula Sahadeva Ratha and Draupadi Ratha. pic.twitter.com/s5xQARmQfC
मोदी ने इस दौरान पारंपरिक तमिल परिधान 'विष्टी' (सफेद धोती), आधी बांह की सफेद कमीज़ के साथ अंगवस्त्रम (अंगोछा) कंधे पर रखा था। दूसरे अनौपचारिक भारत-चीन शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी ने महाबलीपुरम आये शी का स्वागत किया। शी ने सफेद कमीज़ और काली पतलून पहना हुआ था। शी से प्रधानमंत्री मोदी अर्जुन के तपस्या स्थल के पास मिले वह उन्हें चट्टान काटकर बनाए गए भव्य मंदिर के अंदर ले कर गए। मंदिर के अंदर जाने के बाद मोदी जी ने चीनी नेता को यहां की नक्काशी और पारंपरिक सभ्यता व संस्कृति के बारे में बताया। इसके बाद दोनों नेता अर्जुन की तपस्या मूर्तिकला के पास गए। जहां पीएम मोदी ने गाइड के रूप में शी को विशाल चट्टान पर उकेरी गई छवियों के बारे में बताया।