पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण (किसी नए धर्म को अपनाने कार्य) कराना बहुत समय से चलता आ रहा है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिन्दू लड़कियों की किडनैपिंग की जाती है और बाद उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराई जाती है। इसमें 11 से 15 साल की हिंदू लड़कियाँ इसकी सबसे ज्यादा शिकार हो रही हैं। इस बीच सिंध प्रांत में एक मौलवी ने हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण की बात कबूली है और इस पर बड़ा बयान दिया है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, मौलवी अब्दुल खालिक मीथा ने कबूला है कि वह हिंदू लड़कियों को मुस्लिम बनाने का एक मिशन चला रहा है। मौलवी अब्दुल ने बताया की वो यह काम बहुत पहले से करता आ रहा है और इस काम को आगे भी करता रहेगा। उसने यह भी बताया की उसके 9 बच्चे है और वो सभी को धर्मांतरण मिशन पर को आगे बढ़ाएंगे। जिस तरह हमारे पुरखों से किया था।
इसके अलावा मौलवी अब्दुल खालिक मीथा ने यह भी बताया है की उसने हिन्दू लड़कियों के धर्म परिवर्तन के लिए एक दरगाह में ही व्यवस्था की है। रिपोर्ट के अनुसार धर्मांतरण का सबसे बड़ा अड्डा धरकी शहर की भरचूंदी दरगाह है, जिसे प्रधानमंत्री इमरान खान का क़रीबी अब्दुल खालिक मीथा ही चलाता है। खबर के मुताबिक इस दरगाह में बीते नौ सालों में 450 हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराया जा चुका है।
मौलवी अब्दुल खालिक मीथा ने बताया की वो लड़कियों को उनके घर से दरगाह तक लाने के लिए कोई टीम नहीं भेजता। वे अपनी इच्छा से यहां आती हैं। इसलिए मैं उनके निकाह का इंतज़ाम करता हूँ । मेरे पुरखों ने हिंदुओं का धर्मांतरण कराकर इस्लाम की सेवा की है। मैं भी इसी पाक मिशन पर हूँ।
साथ ही मौलवी ने हिंदुस्तानी लड़की के साथ शादी करने की इच्छा भी जाहिर की है। 78 साल के मीथा का कहना है कि उनकी पत्नी गुजर चुकी हैं, ऐसे में उनके फॉलोअर्स चाहते हैं कि वो एक और निकाह करें और उनकी शादी हिंदुस्तानी लड़की के साथ हो।