जब से भारत सरकार ने नागरिकता कानून लाया है तब से देश के साथ साथ पड़ोसी देशों में भी चिंता का माहौल बना हुआ है। इस चिंता को जाहिर किया है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने। अभी इमरान खान जम्मू कश्मीर से हटाई गई धारा 370 पर पूरी दुनिया को अपनी तरफ करने में जुटे हुए है तभी भारत सरकार ने नागरिकता संशोधन एक्ट का एक और बम फोड़ दिया है। अब जब यह नागरिकता कानून लागू हो गया है तो इमरान खान ने एक और बयान दे दिया है।

स्विटज़रलैंड के जेनेवा में आयोजित 'ग्लोबल फोरम ऑफ रेफ्यूजी' में इमरान खान लोगों को संबोधित कर कर रहे थे। इस सभा में इमरान खान ने भारत सरकार द्वारा लाये गए नागरिकता बिल का जिक्र करते हुए कहा "वर्तमान में भारत में एक नागरिकता कानून को लागू किया गया है, जिसकी वजह से भारत के लाखों मुसलमान को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा, इससे एक ऐसा शरणार्थी संकट पैदा होगा, जिसके आगे दुनिया के अन्य संकट छोटे लगेंगे। इस शरणार्थी संकट की वजह से दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच विवाद भी हो सकता है।"

इस पर सभा में इमरान खान ने दूसरे देशों से आग्रह करते हुए कहा "पाकिस्तान विवादित कश्मीर में भारत द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनज़र भारत से आने वाले अधिक शरणार्थियों को स्थान नहीं देगा।"

इस कानून के लागू होने के बाद भारत में भी अंतःयुद्ध की स्थिति बनी हुई है। देश में समुदाय विशेष के लोग कई जगह पर प्रदर्शन कर रहे है जिसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इस नियम के अनुसार 2015 से पहले पाकिस्तान, अफग़ानिस्तान और बांग्लादेश से आए छह धार्मिक अल्पसंख्यकों - हिंदू, पारसी, जैन, ईसाई, बौद्ध और सिखों को भारत की नागरिकता दी जायेगी। परन्तु देश के मुसलमानों को नागरिकता नहीं दी जाएगी। इस पर सरकार का मानना है कि मुस्लिम बहुल देशों में मुस्लिमों के साथ हिंसा नहीं हो सकती है।