जब से भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर पर लगी धारा 370, 35 A को हटाया है तब से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और तरह तरह के बयान दे रहा है। पाकिस्तान इस हार के बाद इस तरह परेशान है कि वह युद्ध की धमकी भी दे चुका है। इसी बीच आज पाकिस्तान की सैन्य वैज्ञानिक आयशा सिद्धकी ने भी एक बड़ा बयान दिया है। बयान भले ही पाकिस्तान को बुरा लगे परन्तु यह सत्य है और उसे इसको स्वीकारना चाहिए। आयशा सिद्धकी "Military Inc.: Inside Pakistan’s Military Economy" शीर्षक वाली एक पुस्तक भी लिख रही है। आयशा पाकिस्तान की नौसेना के नेवल रिसर्च की डायरेक्टर भी रह चुकी है। इन्होंने कई बड़े अख़बारों में लेख भी लिखे हैं।
ANI न्यूज़ चैनल के अनुसार आयशा ने जानकारी दी है कि "पाकिस्तानी सेना अभी कश्मीर मसले पर भारत से युद्ध लड़ने की स्थिति में नहीं है। सुस्त होती अर्थव्यवस्था और बढ़ती महँगाई का आम आदमी के जीवन पर त्रासद असर पड़ा है।" उन्होंने आगे कहा “पाकिस्तान में एक प्रकार का दुःख है, दर्द है, एक निराशा का भाव भी है कि कुछ नहीं किया जा सकता। अब देखना यह है कि पाकिस्तानी फौज किस तरह की प्रतिक्रिया देती है?“
आयशा POK में रहने वाले अपने एक मित्र से बातचीत के दौरान पूछा की पाकिस्तान की सेना भारत पर आक्रमण क्यों नहीं करती है तो इसके जवाब में उनके मित्र ने बताया कि पाकिस्तान की सेना जानती है कि अगर युद्ध हुआ तो पाकिस्तान इस जंग को हार जायेगा और यह पाकिस्तान का हर व्यक्ति जनता है कि यह समय भारत से युद्ध करने के लिए सही समय नहीं है। पिछले 72 सालों से पाकिस्तान की नजर सिर्फ जम्मू कश्मीर पर थी और एक दिन जब वह उठा तो उसका सब कुछ खत्म हो चुका था। आयशा के अनुसार पाक फौज के अंदर एक गुट ऐसा भी है जो काफी ग़ुस्से में है और वह इस पर आपत्ति ज़रूर लेगा।
आयशा ने आगे बताया कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की हार के बाद वो और बौखलाया हुआ है और इसका ख़ामियाज़ा देश के सजग नागरिकों को भुगतना पड़ेगा। अभी हाल ही में आयशा ने पाकिस्तान की सरकार पर निर्दोष पश्तूनों पर अत्याचार करने और आतंक को काबू में करने में असफल रहने का आरोप लगाया है।