पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर शुक्रवार को हमला किया गया जिसमे पाकिस्तानी मुसलमानों की एक भीड़ ने हमला किया और गुरुद्वारे का नाम बदलकर सिखों को वहां से भाग जाने के नारे भी लगाए। घटना के दौरान काफी संख्या में सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब गुरुद्वारे के अंदर फंस गए हैं।
गुरुद्वारे पर किये गए हमले की अगुवाई मोहम्मद हसन का भाई कर रहा था। इस मोहम्मद हसन ने ही एक सिख लड़की जगजीत कौर को अगवा किया और उसके साथ निकाह किया था। मोहम्मद हसन के भाई ने तो यह भी कह डाला कि "सिखों ने जगजीत कौर को वापस भेजने के लिए दवाब डाला, लेकिन यह कभी नहीं होगा, क्योंकि वह अब मुस्लिम बन चुकी है। जगजीत कौर मेरे भाई और इस्लाम को भी नहीं छोड़ना चाहती है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ननकाना साहिब में एक भी सिख न रह जाए। साथ ही ननकाना साहिब का नाम बदलकर जल्द ही गुलाम-ए-मुस्तफ़ा रखा जाएगा।"
पाकिस्तान में हुई इस घटना की भारत ने कड़ी निंदा की है और पाकिस्तान को सिख समुदाय के लोगों की सुरक्षा के लिए जल्द जल्द से सख्त कदम उठाने के लिए कहा है। इस पर भारत के विदेश मंत्री ने भी एक बयान जारी किया है, जिसमे उन्होंने कहा "हम ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले और तोड़ फोड़ की घटना से चिंतित हैं। ननकाना साहिब शहर में अल्पसंख्यक सिख समुदाय के लोगों के खिलाफ हिंसा की गई है। शुक्रवार को ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर यह हमला अगस्त में सिख लड़की जगजीत कौर के अगवा करने और जबरन धर्म परिवर्तन कराने की घटना के बाद किया गया है। सिख धर्म के पवित्र तीर्थस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले की भारत कड़ी निंदा करता है। हम पाकिस्तान सरकार से मामले में जल्द सिख समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग करते हैं। इसके साथ ही सिख समुदाय के सबसे बड़े तीर्थस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।"
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इमरान खान को इस मामले में दखल देने और वहां फंसे सिख समुदाय के लोगों को बाहर निकालने के लिए अपील की है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा "पाकिस्तानी पीएम इमरान खान मामले में फौरन दखल दें और ननकाना साहिब गुरुद्वारा में फंसे श्रद्धालुओं को निकालना सुनिश्चित करें। साथ ही आक्रोशित भीड़ से ऐतिहासिक गुरुद्वारा की सुरक्षा सुनिश्चित करें।"
दूसरी ओर ननकाना साहिब के सिख समुदाय ने पंजाब के गवर्नर और अन्य लोगों से मदद की गुहार लगाई है वे लोग गुरुद्वारे में अरदास करने भी नहीं जा पा रहे है। वहां के सिख समुदाय लोगों का कहना है कि हमला करने वाली भीड़ का नेतृत्व मोहम्मद हसन का परिवार कर रहा है और यह सब इसलिए है क्योंकि हमने उसके परिवार द्वारा अगवा की गई जगजीत कौर को वापस करने को कहा है।