पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के मध्य भारी तनाव बना हुआ है। जिसके चलते पाकिस्तान को अब कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बता दे कि पाकिस्तान को अब भारत की चाय का जायका लेना पड़ सकता है,वह इसलिए क्योंकि इस साल चाय के बड़े उत्पादक देश केन्या में सूखा पड़ा है जिसके कारण चाय के उत्पादन में कमी आयी है। इस वजह से केन्या से चाय मंगाना पाकिस्तान बहुत महंगा पड़ सकता है। इसीलिए एक्सपर्ट्स का मानना हैं कि पाकिस्तान भारत से चाय खरीदने पर विचार कर रहा है।

जानकारी दे दे कि पिछले साल पाकिस्तान को भारत से लगभग 1.58 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया था। परन्तु अब पाकिस्तान के ऊपर 200 फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी में वृद्धि की गई है। इतना होने के बाद भी भारत से चाय का निर्यात पाकिस्तान को सस्ता ही पड़ेगा।

बता दे की पाकिस्तान में 2007 से 2016 के मध्य प्रति व्यक्ति चाय की खपत करीब 36 पर्सेंट बढ़ गयी है। यूनाइटेड नेशंस के फूड ऐंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (FAO) के मुताबिक, 2027 तक पाकिस्तान में चाय की खपत बढ़कर 2,50,800 टन तक पहुंच सकती है। जो अभी 1,72,911 टन के अकड़े पर चल रही है।

रूस  भारतीय चाय के लिए एक सबसे बड़ा मार्केट है। रूस ने 2018 में  भारत से करीब 4.5 करोड़ किलोग्राम चाय खरीदी। इसके अलावा ईरान का आयात 3.6 करोड़ किलोग्राम ,इजिप्ट का 1.13 करोड़ किलोग्राम का था। अब भारतीय चाय निर्यातक इराक में अपनी एंट्री करने का प्रयास कर रहे हैं। एग्जिक्युटिव्स ने बताया है कि यदि चाय का आयात करने वाले देश भारत से खरीदारी को बढ़ाते हैं तो 2020 तक भारत का चाय निर्यात बढ़कर 30 करोड़ किलोग्राम तक हो जायेगा।