पीएम मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे है और उनके खिलाफ वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव ने अपना नामांकन दाखिल किया था जिसे अब रद्द कर दिया गया है।

बता दें कि प्रेशक रवि कुमार की उपस्थिति में मंगलवार को नामांकन पत्रों की जाँच शुरू की गयी। इस जाँच के दौरान निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह यादव ने बीएसएफ से हुई बर्ख़ास्तगी के विषय में दो अलग अलग जानकारी देने के लिए नोटिस दिया गया और बीएसएफ से 24 घंटे में अनापत्ति प्रमाणपत्र देने को कहा गया था। यानी की निर्वाचन आयोग ने तेज बहादुर से कहा की वह  बीएसएफ से प्रमाण पत्र लेकर आये जिसमे यह साफ तरीके से लिखा हो की किस वजह से आपको सेवा से बर्खास्त किया गया था।

बता दें कि उन्होंने अपने एक नामांकन पत्र में लिखा कि “भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन पद धारण करने के दौरान भ्रष्टाचार के कारण पदच्युत किया गया” इस सवाल के उत्तर में उन्होंने हाँ लिखा और विवरण में 19  अप्रैल 2019  भी लिखा।  वहीं दूसरे नामांकन पत्र में लिखा कि तेज बहादुर यादव को 19 अप्रैल 2019 को बर्खास्त किया गया था। बता दे की नोटिस का जबाब देने के समय ही पुलिस और तेज बहादुर के समर्थकों में बहस भी छिड़ गयी। बाद में पुलिस ने इन समर्थकों को परिसर से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया।

तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द होने के बाद अब सपा ने शालिनी यादव को पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है।