राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हाथों एक बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है। जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी निसार अहमद तांत्रे को राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है। तांत्रे संयुक्त अरब अमीरात से 1 फरवरी को भाग गया था। तांत्रे को 31 मार्च को भारत सरकार द्वारा भारत लेकर आया गया था जहाँ पर उसे एनआइए के सुपुर्द कर दिया गया। रविवार को एक विशेष विमान के द्वारा ही तांत्रे को भारत लाया गया है।

बता दे की तांत्रे दिसंबर 2017 में जम्मू-कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हुए हमले का आरोपी है। यह हमला 30-31 दिसंबर, 2017 की रात को हुआ था। इस आतंकी हमले में 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। इस आतंकी हमले में तीनों हमलावरों को मौत के मुंह में भेज दिया गया था और फिर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी निसार अहमद तांत्रे की भी तलाश चल रही थी।

जानकारी मिल रही है कि आतंकी निसार अहमद तांत्रे जैश के दक्षिणी कश्मीर का डिविजनल कमांडर नूर तांत्रे का भाई है। तांत्रे के विरुद्ध एनआइए कोर्ट के विशेष न्‍यायाधीश ने गिरफ्तार करने का वारंट जारी किया था। जिसके अनुसार उसे यूएइ से भारत लाया गया। नूर तांत्रे के लिए माना जा रहा था की उसने घाटी में जैश के संगठन को बढ़ाने में सहायता भी की है। उसे दिसंबर 2017 में हुए एक मुठभेड़ में मार दिया गया था।

बता दें की फरवरी में पुलवामा के अवंतिपुरा निवासी फैयाज अहमद मैग्रे को लेथपोरा केस में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस हमले में जो तीन आतंकियों को मारा गया था उनकी पहचान पुलवामा के द्रुबग्राम में रहने वाले मंजूर बाबा, त्राल निवासी फरदीन अहमद खांडे, पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल शकूर के रूप में की गयी थी। जानकारी मिली थी की पाक के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में शकूर रहता था और फैयाज जैश के सक्रीय सदस्यों में से एक था।