ऑटोमोबाइल और स्पेस में अभूतपूर्व सफलता के बाद एलन मस्क ने न्यूरो टेक्नोलॉजी में भी जलवा दिखाने का मन बना लिया है। अब वे इंसानी दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने के आइडिया पर काम कर रहे हैं। ऐसा करने के लिए ब्लूटूथ वाले सेंसर को इंसान दे दिमाग में फिट करना होगा।

इंसानी दिमाग में लगने वाली न्यूरलिंक डिवाइस में एक छोटा सा चिप होगा जिससे 1000 वायर जुड़े होंगे। इस चिप में यूएसबी टाइप C पोर्ट होगा तथा वायर इंसान के बाल से 10 गुना पतले होंगे। एलन मस्क के अनुसार इस चिप को ब्लू टूथ के ज़रिये एक छोटे कंप्यूटर से जोड़ा जाएगा। इसे कान में पहना जा सकता है तथा स्मार्ट फ़ोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है।

इस चिप का बंदर पर ट्रायल किया गया था। इसमें देखा गया की बंदर अपने दिमाग से कंप्यूटर को नियंत्रित कर पा रहा है। मस्क ने अगले साल तक इस चिप का ह्यूमन पेटेंट करवा लेने की उम्मीद व्यक्त की है। Neuralink के अनुसार किसी भी व्यक्ति की खोपड़ी में 2 मि.मी. का छेद करके इस चिप को फिट किया जा सकता है। इसे खोपड़ी में फिट करने के लिए सर्जन रोबोट का इस्तेमाल करेंगे। इंसानी दिमाग में इस तरह के कुल 10 चिप लगाए जा सकते हैं। चिप का ट्रायल 2020 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। चिप के साथ कम्युनिकेशन पूरी तरह से वायरलेस होगा।

न्यूरालिंक एलन मस्क की स्टार्टअप कंपनी है। यह कंपनी इंसानी दिमाग का अध्ययन कर उसे टेक्नोलॉजी से जोड़ने का काम करती है। इसके द्वारा दिमाग में लगाने वाली मशीन बनाने का काम किया जा रहा है। ह्यूमन ब्रेन से जुड़ी नई टेक्नोलॉजी पर काम करने के कारण कंपनी इन दिनों सुर्ख़ियों में है।

Google और Facebook जैसी बड़ी कंपनियां भी इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से ब्रेन संबंधित बीमारियों के समाधान में मदद मिलेगी। इस टेक्नोलॉजी के बारे में बात करते हुए एलन मस्क कहते हैं कि वे ऐआई को ह्यूमन ब्रेन के साथ जोड़ना चाहते हैं।