गुरूवार 14 फरवरी के दिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 15 फरवरी को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक प्रेस रिलीज जारी कर सूचना दी थी कि उन्होंने पंजाब के शहीदों के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने कैबिनेट के मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। ताकि कैबिनेट मंत्री अंतिम संस्कार के समय वहाँ अपनी मौजूदगी दर्ज करवा सकें।

सभी कैबिनेट मंत्रियों की ड्यूटी अलग अलग जगह लगाई थी। बता दे मोगा में शहीद जयमल सिंह के अंतिम संस्कार के लिए पंजाब के कैबिनेट मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू की ड्यूटी लगाई गई थी और इस बारे में विधायक और प्रशासन को भी जानकारी दी गई थी। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू मोगा में शहीद जयमल सिंह के अंतिम संस्कार में नहीं गए और वो उस समय लुधियाना में नगर निगम के कार्यक्रम में पहुंचे जहां पर उन्होंने नगर निगम के कामों को लेकर बातें की।

लुधियाना में हुए कार्यक्रम के दौरान सिद्धू ने मीडिया से बातचीत भी की थी। नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से बात करते हुए कहा की उन्होंने जो बयान दिया था कि आतंकवाद का कोई मजहब या देश नहीं होता उसे गलत तरीके से पेश किया गया है।उनके पूरे स्टेटमेंट का मतलब अलग है लेकिन सबने इसे गलत तरीके से पेश किया है।

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा की 4 आतंकियों की हरकत से दोनों देशों और प्रधान मंत्रियों के बीच शुरू हुई बातचीत और करतारपुर कॉरिडोर खोलने का प्रयास बंद नहीं किया जाना चाहिए। बता दे बाद में सिद्धू शहीद के परिजनों से मिलने के लिए उनके घर पर गए थे। लेकिन शहीद के घरवालों ने कहा की सिद्धू केवल फोर्मलिटी के लिए आये थे।

अपने दिए हुए बयान के बाद सिद्धू विवादों से घिर गए थे। इस विवाद को देखते हुए सोनी चैनल ने सिद्धू को “द कपिल शर्मा शो“ से निकाल दिया है। इसके बाद भी सिद्धू को कुछ फर्क नहीं पड़ा है।