अंतरिम बजट में बिना किसी भेदभाव के गरीब वर्ग, किसानों, युवा वर्ग और महिलाओं आदि समाज के हर वर्ग को पूरी तरह ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया गया है। बजट को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की मोदी सरकार ग़रीबों, किसानों, महिलाओ और युवाओं के प्रति कितनी प्रतिबद्ध है।

इस बजट को देखने के बाद देश की जनता भी मोदी सरकार से पूरी तरह सहमती रखती है। यह नये भारत के सपने को साकार करने वाला बजट है। यह बजट आर्थिक दृष्टि से किसानों, ग़रीबों और मध्यम वर्ग सभी को मजबूत करने वाला है।

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प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है की ‘यह अंतरिम बजट तो मात्र ‘ट्रेलर’ है, जिसमे ये दिखाया गया है की लोकसभा चुनाव के बाद भारत को समृद्धि की तरफ ले जाने के लिए क्या कुछ किया जाना है।’ नरेंद्र मोदी जी का कहना है की ‘इस बार बजट में सभी वर्गों को लाभ देने की कोशिश की गयी है। इससे 12 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। 5 लाख तक की सालाना आय पर कोई आयकर नही देना होगा। सरकार के इस फैसले से मध्यम वर्ग के करीब 3 करोड़ से ज्यादा आयकर दाताओं को सीधा लाभ मिलेगा।’

गरीब कामगारों को 3 हजार की वृद्धावस्था पेंशन दी जाएगी। इस बजट से गरीबो को भी शक्ति मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा है की ‘सरकार का पूरा प्रयास है की किसानों को सशक्त करने के लिए उन्हें संसाधन मुहैया कराए जाये जिससे वो अपनी आय को दोगुनी कर सके।’ पीएम मोदी ने कहा- “मीडिल क्लास से लेकर श्रमिक तक, किसानों की तरक्की से लेकर बिजनेसमैन के विकास, लघु और सीमांत क्षेत्र के उत्पादन से लेकर नए भारत के अर्थव्यवस्था को गति देने तक इस अंतरिम बजट में सभी बातों का ध्यान रखा गया है।”

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