हिन्दू महासभा संबंधित रहे कमलेश तिवारी की उनके कार्यालय में ही शुक्रवार को हत्या कर दी गई है। हत्या को लेकर अभी तक हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच अल-हिंद ब्रिगेड (Al-Hind Brigade) नाम के एक मुस्लिम संगठन ने शुक्रवार देर रात कमलेश तिवारी की हत्या की ज़िम्मेदारी ली है।
सोशल मीडिया पर एक तथाकथित संगठन अलहिंद ब्रिगेड के नाम से एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें कमलेश की तस्वीर और एक संदेश है जिसमे लिखा है, 'कमलेश तिवारी एक उपद्रवी था, जो इस्लाम और मुसलमानों की ओर अंगुली उठाता था, जो कोई इस तरह की हरकत करेगा उसका यही अंजाम होगा। अलहिंद ब्रिगेड ज़िम्मेदारी लेता है और ज्यादा देखने के लिए तैयार हो जाओ। युद्ध शुरू हो गया है।'
मैसेज के वायरल होने के बाद से ही उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस इसकी जांच पड़ताल करने में लगी है। इस बीच पुलिस cctv कैमरा और हत्या के दौरान इस्तेमाल किये मोबाइल फोन की जाँच पड़ताल कर रही है। इस दौरान पुलिस के हाथ बड़ा सुराग हाथ लगा है। कमलेश तिवारी की हत्याकांड को अंजाम देने वालो के नाम का खुलासा हुआ है।
इसमें से एक शख्स का नाम फरीदुद्दीन पठान उर्फ मुईनुद्दीन शेख है जबकि दूसरे शख्स का नाम अशफाक शेख है। हत्या के cctv फुटेज में जो दो लोग दिख रहे हैं ये वही हैं जिन्होंने सूरत से मिठाई और चाकू खरीदा था। वही गुजरात ATS ने इस मामले में जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है उनके नाम है शमीम पठान, फैजान पठान और मोहसिन शेख। मोहसिन शेख पेशे से मौलवी है।