भारत का एक मात्र शहर मुंबई को नाइट फ्रैंक वेल्‍थ रिपोर्ट में दुनिया का 16वां सबसे महंगा रिहायशी शहर में स्थान मिला है। इसका मतलब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई दुनिया के सबसे महंगे प्रमुख आवासीय शहरों में 16वें स्थान पर है। 'द वेल्थ रिपोर्ट 2019' में दुनिया के 20 सबसे महंगे प्रमुख आवासीय शहरों में मुंबई एक मात्र भारतीय शहर है। चार प्रमुख बातों को ध्यान में रखते हुए 20 शहरों का चुनाव किया गया है। धन, निवेश, जीवनशैली और भविष्य इन चार संकेतकों को शामिल किया गया है देश की वित्तीय राजधानी कही जाने वाली मुंबई की रैंकिंग में यह सुधार देश में धन के तेज सृजन के चलते देखने को मिला है।

इस सूची में पहले नंबर पर फ्रांस का मोनैको है यहां 10 लाख डॉलर से सिर्फ 172.22 वर्ग फीट भूमि खरीदी जा सकती है वंही हांगकांग (236.81 वर्ग फीट) दूसरे और न्यूयॉर्क (269.09 वर्ग फीट) तीसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई शहर में 10 लाख डॉलर में केवल 100 वर्गमीटर जमीन खरीदी जा सकती है। 10 लाख डॉलर जिसकी भारतीय कीमत लगभग 7 करोड़ रूपये रहेगी। मुंबई में जमीन की कीमत 930 डॉलर प्रति वर्गफुट है।

वंही दिल्ली में आज भी मुंबई से आधी कीमत में जमीन खरीदी जा सकती है। रिपोर्ट की माने तो दिल्ली में 10 लाख डॉलर में 201 वर्गमीटर जमीन खरीदी जा सकती है। वहीं, बेंगलुरु में 10 लाख डॉलर में 334 वर्गमीटर जमीन खरीदी जा सकती है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन शिशिर बैजल ने कहा कि भारत का सबसे महंगा रियल एस्‍टेट मार्केट होने के बावजूद मुंबई अन्‍य बाजारों की तुलना में बेहतर है मुंबई में 10 लाख डॉलर में मोनाको की तुलना में 10 गुना ज्‍यादा जगह और लंदन एवं न्‍यूयॉर्क की तुलना में 3 गुना ज्‍यादा जगह खरीदी जा सकती है।