पश्चिम बंगाल में बीते सोमवार को नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक रोगी की मौत होने के बाद मृतक के रिश्तेदारों द्वारा जूनियर डॉक्टर्स की पिटाई कर हत्या करने के खिलाफ शुरू हुई डॉक्टरों की हड़ताल में अब मुंबई और दिल्ली के डॉक्टरों ने भी अपना समर्थन दे दिया है।

ग़ौरतलब है की 10 जून को शाम के करीब साढ़े पांच बजे नील रत्न सरकार (NRS) मेडिकल कॉलेज में उपचार करवाते समय एक 75 वर्ष के बुजुर्ग मरीज़ की मौत हो गई। इस मौत से मृतक बुजुर्ग के सम्बन्धी गुस्सा हो गए और मौके पर मौजूद सभी डॉक्टरों को गाली देने लग गए। सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में बताया गया की इस दौरान एक जूनियर डॉक्टर की मौत भी हो गई। इन्ही सब घटनाक्रम के बाद वहां के डॉक्टरों ने निर्णय लिया की- जब तक मृतक के सम्बन्धी डॉक्टरों से माफी नहीं मांगते है वे प्रमाण पत्र नहीं देंगे। इसके बाद वहां बहुत हंगामा हुआ और एनआरएस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए।

फिलहाल इस घटना को चार दिन बीत गए हैं और पिछले चार दिन से डॉक्टर्स हड़ताल पर है। बंगाल की इस हड़ताल का असर अब देश भर के अन्य राज्यों में भी नजर आना शुरू हो गया है। बंगाल के अलावा यह हड़ताल दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत देश के कई और भागो में भी जा पहुंचा है और इन क्षेत्रों के डॉक्टरों ने भी काम करने से इनकार कर दिया है।

देश की राजधानी दिल्ली के दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने भी हड़ताल बुलाई है, जिसके कारण AIIMS जैसे अस्पतालों में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। इसके साथ साथ मुंबई में भी डॉक्टरों काम नहीं कर रहे हैं और उनका कहना है कि वह साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे। वहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी में से भी डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने की खबर आई है।

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