आजम खान द्वारा भाजपा नेत्री जयाप्रदा पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर वे चारों तरफ से घिर चुके है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कल भाजपा की रामपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी जयाप्रदा पर टिप्पणी करते हुए कहा “उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है।” आजम खान द्वारा की गई ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी पर अखिलेश यादव ने बचाव किया तो दूसरी तरफ उन्ही के घर की उनकी छोटी बहु अपर्णा ने उनके द्वारा की गई ऐसी टिप्पणी पर अपना विरोध जताया।

अर्पणा यादव ने अपने बयान में कहा “आजम खान एक वरिष्ठ और दिग्गज नेता हैं, मैं उनका पूरा सम्मान करती हूँ। उन्होंने जो बयान दिया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है और गैर जरूरी था। राजनीतिक विरोधी के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना सही नहीं है।” इसके साथ वे यही नहीं रुकी उन्होंने यह भी कहा की “मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया और ऐसी क्या वजह थी कि उन्हें ये शब्द इस्तेमाल करने पड़े और राजनीति का इस तरह का निचला स्तर देखकर मुझे बहुत हैरानी होती है।”

नेताओं द्वारा इस तरह के विवादित बयान को लेकर इस बार सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव आयोग को फटकार लगाई गई है। इस फटकार के बाद चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाया है। इस सख्ती के चलते चुनाव आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व आजम खान को 72 घंटे व बसपा सुप्रीमों मायावती व बीजेपी नेता मेनका गांधी पर 48 घंटे के लिए प्रचार करने पर रोक लगा दी है।

इस पूरे विवाद पर अखिलेश यादव ने मुरादाबाद की एक जनसभा को संबोधित करते हुए आजम खान के बचाव में कहते है कि “आजम खान ने तो आरएसएस की वेशभूषा के बारे में बात की थी, उनका इशारा किसी और के तरफ था। हम समाजवादी लोग हैं, हम किसी के बारे में और किसी महिला के बारे में तो बिल्कुल भी गलत नहीं बोल सकते।”