प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के अकोला जिले में चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं कि हमने राष्ट्रवाद को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है। विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा की ‘ये वो लोग हैं जिन्होंने कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान किया और उन्हें दशकों तक भारत रत्न से दूर रखा। ये वो लोग हैं जो वीर सावरकर का भी अपमान करते हैं साथ ही उन्हें भारत रत्न से वंचित रखा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में कहा, ''आप सभी ने हमेशा मुझे और महायुती के साथियों को भरपूर आशीर्वाद दिया है। आज मैं आपके सामने महायुती को फिर से आशीर्वाद देकर पहले से ज्यादा मजबूत सरकार बनाने के लिए, आपके साथ मज़बूती से खड़ी रहने वाली सरकार बनाने के लिए, आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं।''

रैली में पीएम मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर कहा, ''अनुच्छेद 370 हटने से आप सभी खुश हैं, लेकिन उनका चेहरा उतर गया है, उन्हें दर्द हो रहा है। इन्हें एक भारत-श्रेष्ठ भारत नहीं चाहिए। इन्हें बंटा भारत चाहिए, लड़ता हुआ भारत चाहिए। यही इनकी राजनीतिक चालें हैं, जो आज चौपट होती जा रही हैं।''

पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ''महाराष्ट्र का कोई जिला ऐसा नहीं होगा जहां से गए वीर सैनिकों ने जम्मू कश्मीर की शांति के लिए त्याग नहीं किया होगा। महाराष्ट्र के वीर जवान के दिल में यही बात रही होगी कि मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती से आया हूं, मैं देश पर आंच भी नहीं आने दूंगा। मुझे गर्व है उन वीर जवानों पर जिन्होंने जम्मू कश्मीर के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया, और कुछ लोग कहते हैं कि महाराष्ट्र के लोगों का जम्मू-कश्मीर से क्या लेना देना। अरे शर्म करो अपने बयानों पर।''

उन्होंने कहा कि, ''5 वर्ष पहले तक यहां सिंचाई और पानी के नाम पर क्या क्या खेल होते थे, उनसे आप अच्छी तरह वाकिफ हैं। कांग्रेस और राष्ट्रवादी (NCP) की भ्रष्टवादी युति ने महाराष्ट्र को दशकों पीछे धकेल दिया था। बैराज बनाने का काम हुआ हो, जलयुक्त शिवर हो, पूरी निष्ठा के साथ इस क्षेत्र का विकास हुआ है। अकोला के लोगों ने मोरना नदी को साफ करने की जो मुहिन चलाई है वो प्रसंशनीय है। पानी और बिजली किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए एक बुनियादी शर्त होती है।''