स्कूली शिक्षा के सुधार में मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम, 'निष्ठा' द्वारा शिक्षकों को मिलेगा खास प्रशिक्षण

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Rishabh Verma
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स्कूली शिक्षा के सुधार में मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम, 'निष्ठा' द्वारा शिक्षकों को मिलेगा खास प्रशिक्षण

सरकार अब स्कूली शिक्षा में सुधार करने के लिए कई कदम उठा रही है जिसके लिए सरकार ने कुछ अहम् फैसले लिए है। अब सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों को एक खास तरह का प्रशिक्षण दिया जायेगा। अभी इसमें कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाने वाले लगभग 42 लाख शिक्षक को शामिल किया गया है।  इसके सम्बन्ध में बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने एक योजना को लॉन्च किया है। यह योजना है निष्ठा (नेशनल इनीसिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलीस्टिक एडवांसमेंट)।

केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा कि इस पहल से शिक्षकों के प्रशिक्षण द्वारा स्कूली शिक्षा को मजबूती मिल सकेगी। भारत को दुनिया भर में विश्व गुरू का गौरव प्राप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक बनने की पढ़ाई के पाठ्यक्रम में भी परिवर्तन किया जा रहा है। कोई भी अब ऐसे ही शिक्षक नहीं बन पाएगा। निशंक ने बताया कि, ट्रेनिंग में पॉक्सो एक्ट और दिव्यांगजन के लिए दिशा-निर्देश की भी पढ़ाई करवाई जाएगी। रीना रे ने इससे पहले भारत सरकार की स्कूल शिक्षा सचिव शिक्षकों की ट्रेनिंग पर पहले और नई ट्रेनिंग पर विस्तृत जानकारी दी।

बता दें कि इस प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को किताबी ज्ञान के साथ साथ खेल-खेल में पढ़ाई, ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, लर्निंग आउट कम आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण में विशेष बात यह है कि इस प्रोग्राम में शिक्षकों को क्लास रूम के साथ फेसबुक, व्हाट्सएप द्वारा भी ट्रेनिंग मिलेगी। साथ ही रटने-रटाने की पद्धति से बाहर निकाला जायेगा  और उन्हें वैज्ञानिक और नैसर्गिक सोच से जोड़ना भी इसका उद्देश्य होगा।  काउंसलर के रूप में शिक्षकों को तैयार किया जाएगा। शिक्षकों के प्रशिक्षण में किताबों के स्थान पर बच्चों के बौद्धिक विकास पर फोकस रहेगा।

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