जम्‍मू-कश्‍मीर में अतिरिक्त सैन्य तैनाती को लेकर घबराई पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का अब एक नया बयान सामने आया है। यह बयान जम्‍मू-कश्‍मीर में लागू अनुच्छेद 370 पर ऐतिहासिक फैसले के उपरांत दिया गया है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि भारतीय लोकतंत्र के लिए आज का दिन काला दिन है।  उन्होंने कहा कि  'केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद उपमहाद्वीप में इसके भयावह परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर के लोग आतंकित हों। कश्मीर पर भारत अपने वादों को निभाने में विफल हो चुका है। आज भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। भारत सरकार की अनुच्छेद 370 को रद्द करने का एकतरफ़ा निर्णय गैर कानूनी और असंवैधानिक है जो भारत को जम्मू-कश्मीर में एक व्यावसायिक शक्ति बना देगा।'

जम्‍मू-कश्‍मीर में लागू अनुच्छेद 370 पर ऐतिहासिक फैसले को लेकर कई नेताओं की प्रतिक्रियाएँ भी आयी है जिसमे पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा की 'एक ऐतिहासिक गड़बड़ी को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ उनकी शुभकामनाएं। यह एक अस्थायी और क्षणिक प्रावधान था जिसे स्थायी नहीं माना जा सकता। इसे जाना ही था। अलग स्टेटस के कारण अलगाववाद को बढ़ावा मिला। कोई भी गतिशील राष्ट्र इसे जारी रखने की अनुमति नहीं दे सकता है। ऐतिहासिक गलती को आज सुधारा गया। अनुच्छेद 35A भारत को संविधान के अनुच्छेद 368 के तहत प्रक्रिया का पालन किए बगैर लागू किया गया था। इसे जाना था।’

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने कहा 'बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत - एक भारत का अभिनन्दन।

वसुंधरा राजे ने कहा 'अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A को खत्म करने में 65 साल लगे, लेकिन आज इस ऐतिहासिक गलती को सुधार लिया गया। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को घाटी के लोगों के आज़ादी और पहचान दिलाने के लिए धन्यवाद।

भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा 'मैं सही साबित हुआ। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए हमें संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, अमित शाह ने संसद को एक प्रस्ताव के माध्यम से सूचित किया।अनुच्छेद 370 का आज खत्म हो गया।'

योगगुरू स्वामी रामदेव ने कहा 'अखंड भारत की जय हो.. तेरा वैभव अमर रहे मां.....हम दिन चार रहे ना रहे.....।'