हाल ही में हुए पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार द्वारा कई सख्त कदम उठाये गए एवं उठाये जा रहे है जिससे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान, कश्मीर के हुर्रियत नेता एवं देश विरोधी नेताओं की तबियत बिगड़ती नजर आ रही है।
कुछ समय पहले मोदी सरकार ने अनुच्छेद 35 A व अनुच्छेद 370 के सिलसिले में एक बैठक बुलाई थी, जिससे भयभीत होकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से ट्वीट करके केंद्र सरकार को चेतावनी दे डाली। अपने ट्वीट में महबूबा मुफ़्ती ने कहा - “जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 35A पर निर्णय लेने से पहले भारत सरकार को विचार करना चाहिए।
बता दें की जम्मू-कश्मीर भारत का एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य है जिसने भारत पाकिस्तान के विभाजन के वक्त धर्मनिरपेक्ष देश को चुना था। अनुच्छेद 370 के माध्यम से जम्मू-कश्मीर एवं भारतीय संघ के बीच संवैधानिक संबंध है।
भारत सरकार इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ एक्सेशन (जो जम्मू-कश्मीर को भारत का अंग बनाता है) अनुच्छेद 370 व अनुच्छेद 35A से कश्मीर से जुड़ा हुआ है। इसमें अगर कोई छेड़छाड़ की जाती है तो ट्रीटी ऑफ़ एक्सेशन अमान्य हो जाएगी।
मुफ़्ती के अनुसार अनुच्छेद 370 व अनुच्छेद 35A में अगर भारत सरकार संशोधन करती है तो उसके बाद देश में होने वाले घटनाक्रम का जिम्मेदार कश्मीरियों को नहीं ठहराया जाना चाहिए।
Valley rife with speculation about status of Article 35. Before taking a decision, GoI must consider-
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
1. J&K was the only Muslim majority state that chose a secular India over Pak during partition.
2. Article 370 is the constitutional connection between J&K & Indian Union.
3. Instrument of accession is contingent on Article 370 which is inextricably linked to Article 35 A.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
4. Any tampering will render Treaty of Accession null & void.
5. Those frothing at the mouth & calling for its removal shouldnt blame Kashmiris for the developments that will follow such a hare brained decision.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
शनिवार को इंडिया टीवी द्वारा आयोजित ‘आप की अदालत’ शो में महबूबा मुफ़्ती के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में रजत शर्मा ने कुछ सवाल किये जिसके जवाब देते हुए मुफ़्ती ने कहा:
"दो एटमी ताकतों के बीच जंग कभी नहीं होने वाली है। खुदा ना करे, अगर जंग हुई तो हम में से कोई नहीं बचेगा। हमारा मुल्क बड़ा है, यहां खुशहाली है, हमारा नुकसान ज्यादा होगा। हमारे पास खोने के लिए बहुत ज्यादा है। पाकिस्तान के पास खोने को ज्यादा कुछ नहीं है।"
"मैं किसी (पाकिस्तान) की हिमायत नहीं कर रही हूं। मैं आपको अक्ल की बात बता रही हूं कि जंग नहीं हो सकती। हां थोड़ी बहुत बॉर्डर पर "गुत्थम-गुत्थी" कर शाम को टीवी पर यह दिखाएंगे कि फतह की। कोई जंग नहीं हो सकती है, आपको लिख कर दे सकती हूं।
उपरोक्त विषय में रजत शर्मा ने कहा कि यह तय करना तो सेना के आला अधिकारियों का काम है, उनका नहीं, कि कार्रवाई कैसे होगी, महबूबा मुफ्ती ने जवाब दिया: "हां, मैं फैसला नहीं करूंगी, लेकिन स्थिति तय करेगी। ‘’जब उनसे कहा गया कि पीएम ने कहा है कि सारा हिसाब लूंगा तब उन्होंने कहा, ‘’देख लेंगे, मैं पाकिस्तान का साथ नहीं दे रही हूं। मैं हकीकत बता रही हूं।"