पूरे विश्व में हजारों भाषाएं बोली जाती है। भाषाओं की इस भीड़ में कई बार हम ऐसे शब्द या नाम  सुनते हैं जिसका मतलब किसी दूसरी भाषा में कुछ और ही हो जाता है। ऐसा ही कुछ फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग के साथ हुआ जब उन्होंने अपनी बहन को एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से दो टोनी अवॉर्ड्स जीतने के लिए शुभकामनाएं दी। पर भाषाई घालमेल की वजह से इस पोस्ट पर फेसबुक यूजर्स मार्क की बहन को ट्रोल करने लग गए।

आप सोच रहे होंगे की मार्क जकरबर्ग ने आखिर ऐसा क्या लिख दिया की लोग ट्रोल करने गए? तो पहले जानते हैं की उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा था। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा "रैन्डी जुकरबर्ग को उनके ब्रॉडवे म्यूजिकल्स के लिए दो टोनी अवॉर्ड्स जीतने पर बधाइयाँ।'  बता दें की मार्क ने अपनी यह पोस्ट 9 जून को अपने प्रोफ़ाइल पर पोस्ट की थी और अब तक इस पर हजारों कमेंट्स आ चुके हैं। दरअसल ज्यादातर भारतीय, पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और नेपाली लोगों ने इस पोस्ट पर मजे लिए क्योंकि इन सभी हिन्दी भाषी यूजर्स द्वारा पोस्ट में लिखे गए मार्क की बहन के नाम का गलत मतलब निकाला गया।

‌‌मार्क के इस फेसबुक पोस्ट को 4700 से अधिक बार लोगों द्वारा शेयर किया गया है और इस पोस्ट पर 31000 से अधिक कमेंट अब तक आ चुके हैं। इस पोस्ट को 178000 लोगों द्वारा पसंद भी किया गया है। ज्यादातर हिन्दी भाषी लोगों ने इस पोस्ट पर उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक व्यक्ति ने लिखा कि "मैं मार्क को सलाह देना चाहता हूं कि इस पोस्ट पर पब्लिक कमेन्ट्स बंद कर दें क्योंकि यह पोस्ट वायरल हो गया है और इस पर खबरें बन रही हैं।"‌‌

एक दूसरे फेसबुक यूजर ने लिखा कि "कुछ सेकंड के लिए मुझे लगा कि मार्क का अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है।" एक और व्यक्ति ने अपने कमेंट में लिखा कि "लोगों को अपने नाम का अलग-अलग भाषा में मतलब चेक कर लेना चाहिए।" जहाँ कई लोग नाम की वजह से मार्क को ट्रोल कर रहे थे वहीं इन्हीं में से कई लोगों ने इस पूरे वाकये को बहुत ही असंवेदनशील करार दिया।‌