मुंबई में आज से 11 वर्ष पहले आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में मुंबई पुलिस के कई जवान के साथ कई भारतीय नागरिकों की जान चली गई थी। इस हमले को पाकिस्तान से आये 10 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। इस आतंकी हमले के बाद उस समय सत्ता में रही यूपीए सरकार ने किसी भी प्रकार की कोई भी जवाबी कार्यवाही नहीं की थी। सिर्फ सरकार द्वारा एक डोजियर जरूर तैयार किया गया था। इस डोजियर के माध्यम से उस समय की सरकार ने पूरे विश्व को पाकिस्तान की नापाक करतूत के बारे में बताया था।

आज इस घटना को 11 वर्ष बीत चुके है। इसकी 11वीं बरसी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने एक ट्वीट करते हुए अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष सोनिया गांधी और उस समय प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह पर तंज कसते हुए सवाल पूछा की "अगर यह हमला अमेरिका में होता तो पाकिस्तान का क्या हाल होता। इस पर मुझे अक्सर आश्चर्य होता है।"

ग़ौरतलब है कि मुंबई में हुए इस आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार थी परन्तु उस समय की सरकार ने पाकिस्तान के ऊपर स्ट्राइक करने के आदेश नहीं दिए थे। जब 2019 में बालाकोट पर स्ट्राइक की गई थी तब वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया था कि मुंबई हमले के समय भी मुजफ्फराबाद पर अटैक करने की बात चल रही थी परन्तु मनमोहन सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। इस हमले के समय हमारी वायुसेना का सुखोई स्क्वाड्रन 1 महीने तक तैयार होकर तैनात खड़ा था परन्तु इसे स्ट्राइक करने की इजाज़त नहीं मिली।