कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने राइजिंग कश्मीर' में लिखे आर्टिकल में पीएम मोदी को 'नीच आदमी' बताया था। मंगलवार को उन्होंने अपने इस बयान को सही ठहराया और कहा कि ‘मैं जो कहना चाहता था, वह मैं लेख में कह चुका हूं। मैं अपने हर एक शब्द पर कायम हूँ। इस पर बहस करने की मेरी कोई इच्छा नहीं है।’’
अय्यर ने आगे यह भी कहा कि, ‘‘ देश की जनता 23 मई को उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगी। भारत देश में अब तक के सबसे अधिक झूठ बोलने वाले प्रधानमंत्री मोदी हैं। मुझे यह अच्छे से याद है कि 7 दिसंबर 2017 को मैंने क्या कहा था। क्या मैं भविष्यवक्ता नहीं था?’’
मोदी पर अय्यर ने जवानों की शहादत के बल पर और देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ाने के कारण सत्ता में आने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने ने कहा, ‘हाल ही में मैंने सुना कि प्रधानमंत्री ने बादल होने के बाद भी वायुसेना को बालाकोट स्ट्राइक पर भेजा। जबकि एयरफोर्स के अफसरों ने रुकने के लिए कहा था। परन्तु मोदी अपना 56 इंच का सीने को और चौड़ा करना चाह रहे थे।’
बता दे कि चुनाव के पहले 7 दिसंबर 2017 को अय्यर ने गुजरात में कहा था। "अंबेडकरजी की सबसे बड़ी इच्छा को पूरा करने का सबसे बड़ा योगदान जवाहर लाल नेहरू का था। इसलिए अब इस परिवार के बारे में ऐसी गंदी बातें नहीं करनी चाहिए, वो भी ऐसे मौके पर जब अंबेडकर जी की स्मृति में बहुत बड़ी इमारत का उद्घाटन किया जा रहा हो। मुझे तो लगता है कि यह आदमी बहुत नीच किस्म का है, जिसमे कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौके पर इस प्रकार की गंदी राजनीति की क्या जरुरत है?"
अय्यर के इस तरह के बयानों पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि “ वे (अय्यर) यह सोचकर दुखी थे कि सैम पित्रोदा ने सभी का ध्यान खींच लिया। गैर-जिम्मेदार मणिशंकर अय्यर पित्रोदा के पदचिह्नों पर चलते हुए प्रधानमंत्री के लिए बोले गए अपने 'नीच' बयान का दोबारा समर्थन कर दिया।’’