पश्चिम बंगाल में हुए शारदा चिट फंड घोटाले में एक नया बवाल सामने आया है। शारदा चिटफंड घोटाले की जाँच को लेकर सीबीआई टीम कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर छापा मारने पहुंची। लेकिन वहां मौजूद कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के अफसरों को बीच में ही रोक दिया। पुलिस ने अफसरों को कमिश्नर के घर में भी घुसने नही दिया यहाँ तक की सीबीआई के अफसरों को हिरासत में लेकर उन्हें थाने में ले जाया गया। इस बीच सीबीआई और पुलिस में झड़प भी हो गयी। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राजीव कुमार के घर पहुंच गयी और उन्होंने मोदी सरकार पर साजिश का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी का कहना है की देश में आपातकाल से भी बुरे हालात है उन्होंने कहा की नरेंद्र मोदी और अमित शाह उनकी हाल ही में की गई कोलकाता रैली से घबराकर बदले की राजनीति कर रहे है।

बता दें की साल 2013 के अप्रैल महीने में यह चर्चित चिटफंड घोटाला सामने आया था। कथित तौर पर यह घोटाला तीन हजार करोड़ रुपए का है। शारदा ग्रुप की कंपनियों पर लोगों से गलत ढंग से पैसे जुटाने का आरोप है जिन्हें बाद में वापस नहीं किया गया। इस घोटाले में पश्चिम बंगाल सरकार पर भी सवाल उठे थे। राज्य सरकार की ओर से शारदा चिट फंड घोटाले की जांच के लिए विशेष जाँच दल (एसआईटी) बनाया गया था। इसके प्रमुख राजीव कुमार थे। सीबीआई के अनुसार चिट फंड घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज राजीव कुमार के एसआईटी प्रमुख रहने के दौरान गायब हो गए थे। इस कारण से इस मामले में राजीव कुमार के बयान को अहम माना जा रहा है।

बहरहाल शारदा आज ये पूरा विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है। सीबीआई ने इस मामले में शीर्ष अदालत में याचिका दायर की। जांच एजेंसी ने कहा कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सबूत नष्ट कर सकते हैं। इस पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा- अगर वे ऐसा ख्याल भी लाएं तो हमें सबूत देना, हम उन पर ऐसी सख्त कार्रवाई करेंगे कि उन्हें पछताना पड़ेगा।