इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में कई सीटों पर जीत हासिल करने में सफलता हासिल की है। पश्चिम बंगाल में 18 सीटों पर भाजपा ने जीत प्राप्त की थी। पर भाजपा यहीं नहीं रुकी और तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक और पार्षद खुद में शामिल कर चुकी है। इन सब से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और उनकी सुप्रीमो ममता बनर्जी बौखलाई हुई है। इसलिए वो और उनके कार्यकर्ता दोनों ही बार बार विवादित बयान देते है।
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस के दूसरे नंबर के नेता अर्थात ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने प्रभु श्री राम पर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि "यदि कोई जय श्री राम कहे तो उन्हें मिठाई खिलाइये और जवाब में राम नाम सत्य है बोलिये।" यह बयान उन्होंने सोनारपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा है।
उन्होंने अपनी इस सभा को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि "कोई भी व्यक्ति विकास से वंचित नहीं हो। चाहे वो सीपीएम को हो या बीजेपी का या किसी भी पार्टी का क्यों न हो, उन सबको सुविधाएँ मुहैया कराई जाएं।"
"सरकार की तरफ से जनता के लिए जो पैसा मुहैया कराया गया है, उसे सही तरीके से जनता के हाथ में देना होगा। पार्टी के कुछ लोग यह सोच रहे हैं कि चोरी करके वो लोग बच जाएंगे और दिल्ली में जाकर खुद को बचाने की कोशिश करेंगे और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। अगर इन लोगों ने सरकारी पैसों की हेरफेर की तो इनमें से कोई भी बच नहीं पाएगा।"
इसके साथ भाजपा पर निशान साधते हुए उन्होंने कहा "भाजपा हिंसा का रास्ता अपना रही है और धर्म के नाम पर बंगाल को अलग करने की कोशिश कर रही है।” भाटपाड़ा में हुई हिंसा के लिए ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। अभिषेक ने कहा “जो क्षेत्र भाजपा शासित है वहां पर इस तरह की हिंसा क्यों हो रही है। अगर तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्र में होती तो इस पर सख्त कार्यवाही होती।’