पश्चिम बंगाल में बीते सोमवार को नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक रोगी की मौत हो गयी थी। जिसके बाद मृतक के परिवार के लोगों ने जूनियर डॉक्टर्स की पिटाई कर दी थी। इसके बाद वहां बहुत हंगामा हुआ और एनआरएस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए।  बता दें की इस घटना को चार दिन हो गए है और डॉक्टर्स अभी भी हड़ताल पर है।

रिपोर्ट के अनुसार एनआरएस अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पिछले 24 घंटों के दौरान 15 मरीज़ों की मौत हो गयी है। आज पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल पर बैठे डॉक्टर्स को चेतवानी दी है। मरीज़ों को सेवाएं नहीं मिल पाने को मद्देनज़र रखते हुए ममता आज एनआरएस अस्पताल पहुंची। यहाँ ममता बनर्जी ने सभी डॉक्‍टर को चेतवानी देते कहा -अगले चार घंटे में काम पर लौटें, जो भी डॉक्‍टर इस बीच काम पर नहीं लौटा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अगर ऐसा नहीं किया तो जूनियर डॉक्‍टरों के हॉस्‍टलों को खाली करा दिया जाएगा।

ममता की चेतवानी के बाद भी हड़ताली डॉक्टरों ने काम पर लौटने से इंकार कर दिया है और कई वरिष्ठ डॉक्टर्स ने भी अपना इस्तीफा भेज दिया है। इसके अलावा कई डॉक्टर्स ने तो ममता बनर्जी के सामने ‘‘हमें न्याय चाहिए’’ के नारे लगाए और डॉक्टर्स ने मांग है कि मरीज़ के जिन सम्बन्धियों ने हमला किया था उन्हें गिरफ्तार किया जाए।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता के सरकारी अस्‍पताल सागर दत्‍ता मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल के 3 असिस्‍टेंट प्रोफेसर, 1 प्रोफेसर और 4 रेजिडेंट डॉक्‍टरों ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। उन्होंने ममता पर आरोप लगया है की ममता ने हमारा साथ नहीं दिया।