महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों में कई बड़े उतार चढ़ाव देखने को मिले है। अब महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई है। इस सरकार में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने है। सरकार बनने के बाद हिंदूवादी शिवसेना अब सेक्युलर बन गई है जिसके कारण शिवसेना की विचारधारा वाले हिंदूवादी कार्यकर्ता अब उद्धव से नाराज है।
इस नाराज़गी का असर अब दिखने भी लगा है। शिवसेना के करीब 400 हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने शिवसेना को छोड़ दिया है और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इस पूरे मामले पर शिवसेना छोड़कर जाने वाले एक कार्यकर्ता ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "शिवसेना ने भ्रष्ट और हिंदू विरोधी दलों के साथ हाथ मिला लिया है. इससे हम नाराज हैं।"
Mumbai: Around 400 Shiv Sena workers joined BJP at an event organised in Dharavi, yesterday. #Maharashtra pic.twitter.com/zGBAVH0zDr
— ANI (@ANI) December 5, 2019
ग़ौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है और तीनों दल ने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सहमति दी थी। अभी फ़िलहाल तीनों पार्टियों के 2-2 विधायकों ने शपथ ली है और उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में कैबिनेट के मंत्रियों का चयन हो चुका है सिर्फ इनके नाम की घोषणा करना बाकी है। जानकारों का मानना है कि शिवसेना ने सत्ता पाने के लालच में अपने पिता के सिद्धांतों को एक तरफ रखकर सरकार बनाई है जिसके कारण शिवसैनिक शिवसेना छोड़ रहे है।