मुख्यमंत्री कमलनाथ पूरे देश में अपने छिंदवाड़ा मॉडल की तारीफ़ करते हुए थकते नहीं है। परन्तु वास्तविकता कुछ और है यहाँ पर किसी भी प्रकार की न तो स्वास्थ सुविधा है और न ही वहां का प्रशासन जनता की सुन रहा है। छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल में हुए एक घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा मॉडल की पोल खुल चुकी है।
दरअसल बीते दिन जिला अस्पताल में लावा घोघरी निवासी राहुल को अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। राहुल एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसके परिजन 3 घंटे तक अस्पताल में मौजूद स्टाफ से गुहार लगाते रहे परन्तु वहां उनकी किसी ने एक नहीं सुनी और अंत में राहुल की मृत्यु हो गयी थी।
अस्पताल में मौजूद एक मरीज़ की माँ पिछले 3 घंटे से यह देख रही थी और जब उस लड़के की मृत्यु हुई तो उससे रहा नहीं गया। उसने पूरे अस्पताल के स्टाफ लताड़ लगाई साथ ही प्रशासन के सभी आला अधिकारियों को इसकी शिकायत भी की है। अस्पताल में स्थिति को बिगड़ता देख अस्पताल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मामला शांत किया।
छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल में हुई घटना पर उक्त महिला ने अस्पताल के स्टाफ और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि "अस्पताल स्टाफ ने इलाज में लापरवाही बरती है। अस्पताल के स्टाफ से जब परिजनों ने इलाज की गुहार लगाई तो अस्पताल के स्टाफ ने परिजन के साथ अभद्रता की है।"
अब आप देख सकते है कि जब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जिले का स्वास्थ सुविधा के यह हाल है तो पूरे प्रदेश में क्या स्थिति होगी आप इस घटना से अंदाजा लगा सकते हों।