जल्द ही दीपावली आने वाली है। हमारे देश में दीपावली का त्यौहार भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास और लंका विजय करके अयोध्या वापस लौटने के लिए मनाया जाता है। देश में पिछले कई वर्षों से चल रहे राम जन्मभूमि विवाद की सुनवाई भी इस वर्ष पूरी हो गई है जल्द इस पर फैसला आ सकता है और राम मंदिर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने की भी सम्भावना है। इसलिए इस बार अयोध्या नगर निगम और उत्तरप्रदेश सरकार अयोध्या में दीपावली कुछ अलग ही अंदाज़ में मनाने जा रही है। बता दे कि जब से उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार तब से अयोध्या में दीपोत्सव मनाने की परंपरा शुरू हुई है।
इस बार दीपावली में नए विश्व कीर्तिमान बनाने जा रही है। इस दीवाली पूरे शहर में लगभग 3 लाख 21 हजार से अधिक दीपक जलाकर एक नया विश्व कीर्तिमान बनाने जा रही है। इस बार अयोध्या में 24 से 26 अक्टूबर तक करीब 1000 से ज्यादा कार्यक्रम होंगे। इन 1000 से अधिक कार्यक्रमों में सबसे ज्यादा खास होगा पांच देशों से आये कलाकारों द्वारा अपने देश की शैली अनुसार रामलीला का मंचन। इस बार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर थाईलैंड के महाराजा वजीरालोंगकान शिरकत देंगे।
देश के कई प्रसिद्ध चित्रकार अयोध्या की दीवारों और बिल्डिंग पर रामकथा के चित्रण को उतारकर अयोध्या को राममय बनाएंगे। भगवान श्री राम के प्रसंगों को रामलीला, भजन व नृत्य नाटकों द्वारा दिखाया जायेगा।
इस बार अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव को शानदार बनाने के लिए गुप्तारघाट से भरतकुंड़ तक करीब 12 जगहों पर रामलीला भजन, नृत्य नाटिकाओं के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। पिछली बार दीपोत्सव का कार्यक्रम सिर्फ राम की पड़ी पर ही आयोजित किया था परन्तु इस बार यह कार्यक्रम पुरे शहर में आयोजित किया जायेगा।