सोमवार को लोकसभा में सांसदों के शपथ ग्रहण के समय केरल से कांग्रेस के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने उस समय सबको चौंका दिया जब शपथ ग्रहण करने के दौरान उन्होंने हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया। उनके इस कदम का सभी सांसदों ने मेज थपथपकार स्वागत किया। लेकिन इससे यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी नाराज़ हो गईं। उन्होंने कोडिकुन्निल सुरेश को हिंदी में शपथ लेने पर डांट लगाई और केरल के सभी कांग्रेसी सांसदों को हिदायत दी की वे मलयालम में ही शपथ लें।

संसद के प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र सिंह के द्वारा उनको शपथ दिलाई गई। सुरेश ने शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई भी दी। वे केरल की मावेलीकारा से सांसद चुने गए हैं। हिंदी में शपथ लेने पर प्रधानमंत्री मोदी और राजनाथ सिंह ने भी मेज थपथपाकर उनकी प्रशंसा की। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शपथ ली, लेकिन उन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली।  

सुरेश जब शपथ लेने के बाद वापस लौटे तो सोनिया गांधी ने उनसे हिंदी में शपथ लेने का कारण पूछा। मीडिया को दिए अपने जवाब में सुरेश ने बताया कि सोनिया गांधी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि "चूँकि पिछली बार मैंने अंग्रेजी में शपथ ली थी, तो इस बार बदलाव के लिए हिंदी का इस्तेमाल किया था।" एक मीडिया वेबसाइट ने दावा किया है कि सोनिया गांधी के द्वारा सुरेश को तलब किये जाने के बाद दो अन्य कांग्रेस सांसदों ने हिंदी में शपथ लेने का अपना इरादा बदल दिया था।

कोडिकुन्निल सुरेश केरल से 6वीं बार सांसद बने हैं। वे पहली बारे 1989 में सांसद बने थे। वे श्रम मंत्रालय में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। सुरेश ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव भी हैं। इसके अलावा उन्हें 2018 में केरल कांग्रेस कमिटी का कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। सुरेश पिछली बार विवादों में तब आये थे जब फर्जी प्रमाण-पत्र के चलते केरल हाई कोर्ट ने उनका निर्वाचन अवैध घोषित कर दिया था।