महाराष्ट्र में आज का दिन बेहद ही चौंकाने वाला था। आज सुबह जब महाराष्ट्र लोग नींद से उठे तो उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलट फेयर देखा। कल तक सभी तरफ यह चर्चा चल रही थी की महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री शिवसेना का बनेगा। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाली थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे को चुना गया था। परन्तु आज सुबह हुआ कुछ और। महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी के गठबंधन से सरकार बन चुकी है। देवेंद्र फण्डवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है तो एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। आइये जानते है कौन है अजित पवार?

22 जुलाई, 1959 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में जन्मे अजित पवार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव पवार के पुत्र है। अजित पवार अपने चाचा से प्रेरित होकर राजनीति में आए है। आज उन्होंने राजनीति में अपना कद इतना बढ़ा लिया है कि वे आज दूसरी बार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बन चुके है।

पवार पिछले कई वर्षों से अपनी पारंपरिक सीट से चुनाव लड़ते आये है। महाराष्ट्र की बारामती सीट से उन्होंने 2019 के विधासभा चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज की थी। इन पर सिंचाई घोटाले का आरोप भी लगा था जिसके बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।

इस साल चुनाव से पहले सितम्बर में महाराष्ट्र कार्पोरेशन बैंक के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था जिसमे अजित पवार का नाम भी शामिल था।

इन्होंने 7 अप्रैल 2013 को एक बेहद ही बेहूदा बयान दिया था जो बहुत चर्चा में भी आया था। पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा "अगर बांध में पानी नहीं है तो क्या पेशाब करके भरें?" इस बयान के बाद उनका काफी विरोध भी हुआ था जिसके चलते उन्होंने माफ़ी भी मांगी थी।