कंगना रनौत आजकल अपनी आगामी महत्वाकांक्षी फिल्म मणिकर्णिका को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में कंगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाने जा रही हैं। ये एक बड़े बजट की फिल्म है जिसके प्रचार में आजकल कंगना कई स्थानों पर नजर आ रही हैं। इसी दौरान कंगना ने अपने अभिनय करियर के अनुभवों को साझा किया और बताया उन्हें अभिनेताओं ने परेशान किया है। इसके साथ ही कंगना ने ये भी साफ़ कर दिया की ये सब #MeToo के अंतर्गत नहीं आ सकता क्योंकि ये कोई सेक्सुअल उत्पीड़न नहीं था। पर उन्होंने साथ ही साथ ये भी कहा की यह अनुभव बहुत कठिन और अपमानजनक था।

कंगना ने आगे बताया कि उत्पीड़न कई स्तरों पर हो सकता है और उन्होंने अपने करियर में कई लोगों के टॉक्सिक व्यवहार का सामना किया है। उनके अनुसार "उत्पीड़न कई स्तरों पर होता है। हालांकि मेरा यौन उत्पीड़न नहीं किया गया था, लेकिन कुछ लोगों को मुझसे ईगो की समस्या थी । मुझे कई अन्य मोर्चों पर परेशान किया गया था। यह #MeToo के अंतर्गत नहीं आएगा, लेकिन फिर भी यह उत्पीड़न था।" बता दें की यह सब कंगना ने पीटीआई को बताया।

अपने अनुभवों के बारे में अधिक बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कई बार डबिंग के समय बहुत ज्यादा इंन्तजार करवाया जाता था वो भी बिना किसी कारण के।

बहरहाल कंगना पिछले कुछ सालों  मुद्दे पर अपने विचार खुल कर देने लगी है। ये बदलाव उनके व्यक्तित्व को और बड़ा बनाता है। इसके पीछे कहीं ना कहीं सोलो हिट फिल्मों की कामयावी भी है जिसमे कोई बड़ा अभिनेता नहीं रहता था फिर भी वो सफल होती थी। जिस जमाने में ज्यादातर अभिनेत्री बड़े बड़े अभिनेताओं के साथ कुछ वक़्त बिता कर सफल हो रही थी उस समय  कंगना ने क्वीन और तनु वेड्स मनु जैसी हीरोइन प्रधान फिल्मे कर के अपने आप को एक अलग लीग में शामिल कर दिया।