तीन तलाक़ निरोधी बिल, धारा 370 का खात्मा और राम मंदिर बनाये जाने का रास्ता साफ़ हो जाने के बाद अब मोदी सरकार का अगला बड़ा कदम 'नागरिकता संशोधन बिल' है जिसे कल कैबिनेट की मंजूरी मिल गई और अब जल्द ही इसे संसद में पेश किया जाएगा। इस बिल का विपक्षी दलों की तरफ से विरोध किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी सुप्रीमों महबूबा मुफ्ती की बेटी ने भी इस बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

दरअसल महबूबा मुफ्ती की बेटी सना इल्तिजा जावेद ने 'नागरिकता संशोधन बिल' पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार कि आलोचना की है। बता दें की फिलहाल महबूबा मुफ़्ती का ट्विटर अकाउंट उनकी बेटी इल्तिजा ही चलाती हैं। इल्तिजा ने अपनी माँ के ट्विटर अकाउंट से इस बाबत किये अपने ट्वीट में लिखा कि "भारत अब मुसलमानों का देश नहीं रहा।"

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा 'नागरिकता संशोधन बिल' को मंजूरी दिए जाने की खबर आने के बाद इल्तिजा ने यह ट्वीट किया। इल्तिजा ने इस खबर को रीट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया लिखी। गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती धारा 370 को जम्मू कश्मीर से हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से ही नजरबंद हैं।

बहरहाल बता दें की इस नागरिकता संसोधन बिल के पास होने के बाद सभी गैरमुस्लिम धर्म के लोगों अर्थात हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए नागरिकता हासिल करने के लिए 11 साल देश में रहना जरूरी नहीं होगा जो पहले होता था। इस नए बिल के आने के बाद सिर्फ 6 साल की अवधि के बाद गैरमुस्लिओं को नागरिकता दी जा सकेगी। वहीं मुस्लिमों के लिए नागरिकता हासिल करना पहले ही की तरह मुश्किल रहेगा।